श्री आदिपुराण | Shree Aadipuran

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Shree Aadipuran by तुलसीरामजी - Tulsiramji

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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[ १५} ० बर्षकी भव्ये ही स्वर्मवास होगया । उनके उज्वलह यको जीवित रखनेके लिए यह ग्रंथ ही निरस्‍थाई ই জী জাজ সহ हो रहा दै। इस ग्रंथके प्रकाशनका शेय दिल्लीके प्रसिद्ध साहित्यसेवी श्री ० चाबू हीरालारू फत्ताछालजी भग्रवा७ जैन बुकसेल्कों है। जिनके सहयोगसे अमीतक कई द्स्तलिखित अप्रगट गरर्थोका प्रकाशन होचुका है जो वीर सेवा मंदिर सरसावा ओर जैन कन्या पाठशाला घर्मपुराके आनरेरी मंत्री है। तथा जो वर्षोातक जेन मित्रमंडल देहलीके मंत्री रह चुके हैं । -सुमेरचन्द जैन साहित्यरल न्यायतीर्थ झाखत्री, देइली। 7 ৯




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