इस्पात का उत्पादन | Ispat Ka Utpadan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
353
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)1 इस्पात का उत्पादन
धातुओं की तुलना में लोह धातु प्रकृति में अधिक विपुलता से उपलब्ध है।
लोह ओर' के विस्तृत निक्षेप लगभग सभी देशों में पाये गये हैं और धातु
की लघ्वन सरलता के कारण अनेक दतियों पुर्वे से मानव ने लोह और
इस्पात का उपयोग सीख लिया था। चित्र ४ में पृथ्वी को पपड़ी का औसत
विद्लेषण दिखाया गया है। धातु कौ रघ्वन सरलता के कारण एल्यूमिनि-
यम की तुलना में लोह अधिक लोकप्रिय हो सका। लघ्वन की कठि नाई
के कारण एल्यूमिनियम का इतिहास एक रती से अधिक पुराना नहीं है
ओौर पंजोत्पादन में मी यह घातु लोहे और इस्पात से बहुत पीछे है ।
(२) चुम्बकत्व --यह लोहे और इस्पात का बहुत महत्त्वपूर्ण गुण
है। समस्त विद्युतीय इन्जोनियरी लोह और इस्पात के चुम्बकत्व पर
आधारित है। निकेल, कोबाल्ट और मैंगनोज़ धातुओं में भी चुम्बकत्व
गृण है, परन्तु लोह ओर इस्पात में यह सर्वाधिक है।
(३) कम मृल्य-- विस्तृत निक्षेप ओर रष्वन सर्ता के कारण इस
धातु का उत्पादन-मूल्य कम होता है ओर अनेक प्रकार के उपयोगो के लिए
लोह और इस्पात सरलता से उपलब्ध हैं। यही कारण है कि लोह और
इस्पात का उपयोग प्रत्येक दिशा में लोकप्रिय हो गया। यह ठोक ही कहा
गया है कि हम प्रायः एेसी किसी भी वस्तु का उपयोग नहीं करते जो लोह
की न हो था लोह द्वारा उत्पादित न को गयी हो । |
(४) धातुमेलो कौ सुलभता ओर तापोपचार--खोह अनेक प्रकार
के मेलों को आधार-धातु है। काबेन के साथ लोह धातु का मेल इस्पात
के नाम से स्वेविदित है। इसी प्रकार क्रोमियम ओर निकेल के साथ
मिखकर निष्कल क इस्पात बनता है। रासायनिक उद्योगो मे इसका
अधिक उपयोग होता है। रसोई के बतंनों के लिए यह् मिश्र इस्पात इन
१. 1707 01£ (लोह अयस्क )
२. 91211685 ऽध्ट्ला
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