प्राणनाथ सम्प्रदाय एवं साहित्य | Prannath Sampraday Aur Sahitya
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
336
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(८५
सूर्य लगयाप दर; 7. मेहर
सिद्धान्तं ओर साहित्य ४;
{ध} प्रारानाय का दार्शनिक पक्ष 1 इक ध)
(क) यहुदी, ईमाई, इस्लाम, भारतीय श्रडत मर्डर 1
निदधान्त श्रौर प्रणामी सप्रदाय का तुलनात्मक भव्ययुत ।
(ख) प्राखनाय ग्रौर स्वलीला श्रद्रत 11 {|
सिद्धान्त पक «लक दे पाक
₹. ब्रह्म, लोलारहस्य, अवतार निरूपण 1 , कर (0
„ जीवं
इः + ५. 4
३ जगत!
४. माया । |
साधनापक्ष +
१. कर्म, जान श्रौर भक्ति र: 1117, {को
र. भक्ति के प्रकार भ्रौर प्रेमलक्षणा भक्ति का महत्त्व ।
३... तारतम्यज्ञान श्र मोक्ष ।
ॐ. गुरु महिमा श्र नीतिनियम 1
(ब्रा) प्राणनाय की रघनाश्ों का साहित्यिक मुल्यांकन--
(क) भावपक्ष
शानत रम; शगार रम, कौर रपत; करुण रष म्रदूमुत रस) वी मत्स रस
(ख) कलापक्ष
प्रलकार; छन्द; भाषा
पंचम श्रध्याय
स्वामी प्राणनाथ के योगदान का मूल्यांकन
(श्र) सामाजिक विचारधारा 1
(प्रा) घामिक इृष्टिविन्दु ।
(इ) राजनीतिक आ्रादर्श ।
(ई) साहित्य एवम् भाषा का महत्त्व ।
परिशिष्ट
१. जामनगर ~मूग् की गद्दी परम्परा 1
२. प्रणामी मन्दरो की सूची ।
३ प्रणामौ म॑न्त-मक्त कवियों की सूची |
३००-३०६.
३९०-३११
User Reviews
No Reviews | Add Yours...