प्राणनाथ सम्प्रदाय एवं साहित्य | Prannath Sampraday Aur Sahitya

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Prannath Sampraday Aur Sahitya by नरेश पंड्या - Naresh Pandya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(८५ सूर्य लगयाप दर; 7. मेहर सिद्धान्तं ओर साहित्य ४; {ध} प्रारानाय का दार्शनिक पक्ष 1 इक ध) (क) यहुदी, ईमाई, इस्लाम, भारतीय श्रडत मर्डर 1 निदधान्त श्रौर प्रणामी सप्रदाय का तुलनात्मक भव्ययुत । (ख) प्राखनाय ग्रौर स्वलीला श्रद्रत 11 {| सिद्धान्त पक «लक दे पाक ₹. ब्रह्म, लोलारहस्य, अवतार निरूपण 1 , कर (0 „ जीवं इः + ५. 4 ३ जगत! ४. माया । | साधनापक्ष + १. कर्म, जान श्रौर भक्ति र: 1117, {को र. भक्ति के प्रकार भ्रौर प्रेमलक्षणा भक्ति का महत्त्व । ३... तारतम्यज्ञान श्र मोक्ष । ॐ. गुरु महिमा श्र नीतिनियम 1 (ब्रा) प्राणनाय की रघनाश्ों का साहित्यिक मुल्यांकन-- (क) भावपक्ष शानत रम; शगार रम, कौर रपत; करुण रष म्रदूमुत रस) वी मत्स रस (ख) कलापक्ष प्रलकार; छन्द; भाषा पंचम श्रध्याय स्वामी प्राणनाथ के योगदान का मूल्यांकन (श्र) सामाजिक विचारधारा 1 (प्रा) घामिक इृष्टिविन्दु । (इ) राजनीतिक आ्रादर्श । (ई) साहित्य एवम्‌ भाषा का महत्त्व । परिशिष्ट १. जामनगर ~मूग् की गद्दी परम्परा 1 २. प्रणामी मन्दरो की सूची । ३ प्रणामौ म॑न्त-मक्त कवियों की सूची | ३००-३०६. ३९०-३११




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