उन्नित-सोपान | Unnati - Sopan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
176
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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संघेशक्ति: कलौयुगे ।
यदम् सहनाववतु सदनौशरुनक््,, सहवीर्यं करवाव है
तेजस्विनावधीत मस्तु माघिद्धिषा वरै :--
( षेद )
है जगदीश्वर, हम दोनों स्त्री पुरुप अपनी रक्षा आप करे !
हम दोनों प्रिठकर इस पृथ्वीका उपभोग करें, मिलकर अपना
पसक्रम करें, अपनी तेजः शक्ति छगावे' । हम कभी भापस
षन करें |
खषटि दी समष्टि रूपा है । मचुष्यका शरीर सम्मिरित रूप ३ {
यदि सुष्टिसे पश्न तत्वों को अलग कर दें तो खुष्टिका यह रुप ही
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