उद्योग-व्यापार पत्रिका | Udhyog-vyapar Patrika

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Book Image : उद्योग-व्यापार पत्रिका  - Udhyog-vyapar Patrika

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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र्ट न्यासार्लँड (क) त ष्ठ ३६ २३ उनरौ रोडेशिया (क) स+ २ ११ १० स्यूजीलैंड (क) २ ५ ५ च्म्टरेलिया (क) की ६ ५ लं रागानीसा 3 ५ ॐ युगान्डा ३ ५ ६ साइप्रस ~~ इ ई अन्य देश झमेरिका ११३८६ २,३३२ २,२५५ चोन (ख) ६८३ १,१००म.२५ग्म्‌ ब्राजील ( २०१ रद र्द्ध दन्डेनेशिपा (ग) .-- ६० इन्डोनेशिया (ध) . १४६ १२६ १११ पान (च) „~“ शदे २९१ २११ तुं (क) 5 १२७ १८१ ण्ट इय्ली ६५ १७५ १६१ आसर (च) ७2 १२० १०६ युनान (च) ५ १०६ १३८ ६१ चरमा ६६ १११ १११ मेक्सिको प + ५२ = ७६ चनगारिवा ८. ध ... ५७ कः 2 क्वा कन अमन ~ ५५ ७६ ७५ हगयी इन न ५ पर ट ख अज॑स्टाइना (को «« १७ ४ ७३ बोरिया (छ) .. < ५ दि छः २ ऋअ्ल्ीरियाौ „~ च १ > ४७ ४७ इमीनिक्न गणतन्तर नम गन ३९ ४० ४० फ्लीपाइन ( ८६ ६६ ५६ अर्मनो (ग) ७३ ५६ ५९१ युगोस्लाविया (+. ४ ३५ ६१ ३३ रमानिया क च २६ ट ट स्पेन झा ध {द ना थर्‌ ्् पोर्र्कि(क) .~ न ~ ४४ ३६ रट बेलबियम र १२ २ १९१ योग १, ३८६ ६०७५० ६६०० (क) वषं मे फसल के अन्त तक का (ख) १६२७ ३६, केवल स्वतन्त्र चीन क (ग) वगीर्यौ का उत्पादन उद्योग-व्यापार पत्रिका श्क्तूवर १९५४ (घ) लावा और महुरा के छोटे उत्पादकों का उत्पादन (च) मुख्य जापान बा (च) यद्धोवर, केवल दिखी चरिया का (ज) युद्धो्तर. केवले परिचमी जमनी का (क) श्रवमानित, ट) योग त सम्मिलित श्रनमान तम्बाकू का प्रति एकड उत्पटन मूमरि कौ कस्मि श्चौर अन्य स्यानीय श्रवस्याओं के श्रनुसार भिन्न भिन्न रता रै । उत्पादन का सत्रसे ब्रषि श्रौतत पर्चिमो यूरोप के कुछ देशों में २,००० पौन्ड प्रति एक्ड तक ण्ा है। यहाँ की खेती वयन्त गहन होती है । उत्तरी अमेरिका में गत १४ वो में ग्वेती की प्रणाली मैं सुघार हों जाने से उत्पादन का श्रौसत प्रति एक्ड बटकर १,३०० पींड तक हो गया है । निरि मध्य श्रीका में उत्पादन कम दत्ता है । दकि रोटेशियामे युदक श्रन्त समय युद्ध से पहले की अतत अधिक उत्पादन हो रहा था । वाद को बह श्रौर भी बट गया। १६५० से वद्द घटने लगा श्रौर ७०० पॉड प्रति एक्ड तक वा लक्ष्य मी पूरा नहीं हुआ है । न्यासलैन्ड मे च्रप्की लोग तम्बा पैदा कसते हैं। उनके उत्पादन का श्रौत बहुत क्म रहता है । एशिया में उत्पादन का सबसे श्रधिक ध्रौनत जापान में है जो करोड के बराबर है । सारत कार घौरसत दश्तियी रोडेशिया के बराबर है! जिन देशों मे विशाल परिमाण पर रासायनिक खाद का प्रयोग श्रारम्म नहीं हुद्चा है वहाँ उपज का श्रौमत कम हैं श्रौर मन उसके बढ़ने के लक्षण ही दिखाई देते हैं । श्रमेरिका का निर्यात घटा तम्वादू के कुल उत्पादन के पाव पचमाश का हो विश्व व्यापार होता है । अमेरिका, मारत, चोन ओर रूस झादि विशाल उत्पादक देशों में उपजने बाली श्रधिवाश तम्बाकू वहा खर जाता हैं । निमित तम्प्र के कुल निर्यात मे १६५६ से कोड वडा परंन नहं इश्रा है । १६४१ मे कु निर्यात प्राय १२,००० लाख पौंड का हुआ्रा जो युद्ध से पूर्व की श्रपे्ा योदय दी श्रघिक था | १६५२ में झमेरिका का निर्यात तेजी से घटने के कारण सार के निर्यात व्यापार मैं कमो हो गई । श्रकेने झमेरिका से ही सखारं का ४० प्रतिशत निर्यात होता दै । श्मनिर्मिव तम्बादर के लिये श्रमेरिका ऋ विशो पर कम निर्भर रहता है । श्रमेरिच्र का तम्वा उद्योग श्रपने यहाँ उपजने बाली तम्बव्‌ का ही अधिकाधिक प्रयोग कर रहा है । १६५२-५३ में झमेरिका की केवल ९४ प्रतिशत उपज ही विदेशा को भेजी गदद, जबकि गत मौसम भँ २८ प्रतिशत और १६३८-३६ में ३७ प्रतिशत मेजा गई यी । १६५१ में निर्यात फिर वट गया 1 १६५२ मे वह फिर कुलु घया 1 युद्ध के बाद तम्बाकू का निर्यात करने वालों मैं तुर्दी का दूसरा स्थान है। इसका एक कारण यह मी हैं कि दुलभ मुद्रा क्षेत्र के देशों से मात मिलने में कठिनाई दोने के कारणु यहदींले बहुत श्रधिक तम्बाकू खरीदी गई । र६४६ मे तो तु से तम्बाकू का निर्यात चरम सीमा को जा पहुँचा! १६५१ में यद घट गया श्रौर १६४२ में मी प्राय १६५१ के बाबर ही बना रहा । श्रमेरिका को जाने वाले माल मैं कमी दो गई । परन्तु यह कमी जमनों श्र पूर्वी यूयेप को दोने वले निर्यात म दद्धि हयो जने ने बहुन कु पूरो हो यई । नान चछ निर्यात मी १६५२ मँ तेजी ठे वडा । यहीं से बहुत धिक मान जमनी करो मेजा गया । दक्षिणी श्मेरिका में ब्राबील का तम्बाकू उत्पादन बट जाने पर मी




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