था मंदिर , है मधुशाला | Tha Mandir Hai Madhusala

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Tha Mandir Hai Madhusala by सुमन लता - Suman Lata

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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गब्बर और गुरु घंटाल बनकर, गम्मन करो मेरी विवक्षता का, निवंलता कुकर उपहास करो, मेरी जिह्वा कमी जडता का, पर सुना दूंगा हर एक. कहानी, देखना जव जाग जाऊंगा मैं । सो रहा हूं में रातत बीत जाने दो, अब नव प्रभात भानै दो, छाऊगा प्रचण्ड परिवर्तन जग मैं, देखना जब जाग जाऊ्गामै। या मदिर है मघुशाला | 13




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