भारती शोधसार संग्रह [खंड १ और २] | Bharati Shodhsaar Sangrah [Section 1 and 2]
श्रेणी : पत्रिका / Magazine, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
376
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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श्री भगवदुत्त वेदालकार, सम्पादकं, गुर्कुले पन्िका, गल्कुल कांगडी विद्वविद्यालय, गुरुकुल
कांगडी, जिला सहारनपुर (उ० प्र ०) का पत्र दिनांक €. ४. ७१: ः
झ्रापका प्रयत्त सराहनीय है श्रौर शोघकर्त्ताश्रों के लिये परम सहायक है ।
डॉ० कस्तुरचन्द कासलीवाल, एम० ए०, पीएच० डी०, शास्त्री, निदेशक, जैन साहित्य
शोध संस्थान, महावीर भवन, सवाई मानसिंह हाइवे, जयपुर-३ (राज०) का पत्र दिनांक
११ श्रप्रेल, १९७१ :
भारती मन्दिर श्रनुसन्वान शाला की तालिकात्मक सारपत्रिका प्राप्त हुई । घन्यवाद ।
राजस्थान विदवविद्यालय पुरी में मारतौ मन्दिर श्रनुसन्वानशाला की स्थापना कर के श्रापने इस दिला
में महत्त्वपूर्ण कायं क्रियां है 1 भ्रापके सुयोग्य निदेशन में इस श्रनुसन्वानश्ाला से प्राच्यविद्यां के
श्रघ्ययन को विशेष प्रोत्साहन मिलेगा ऐसा मेरा पूर्ण विश्वास है।
तरोपके प्रत्येक कायं मे मुके सहयोग देने मे पूं प्रसन्नता होगी ।
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