निघराटरत्नाकर | Nighratratnakar
श्रेणी : स्वास्थ्य / Health
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
52 MB
कुल पष्ठ :
698
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)निचघंटरनादर भापाके प्रथमखण्डका सुचीपन्र । {३
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विपय ९ विषय & विषय =
ट & | २१४ | लॉकनाथरस २१८ | आनन्दभैरवी २२२
रतीसारनिदान # |'मद्दारस ०२६ | शोकभयातीसारनिदान २२३
रक्तातीसारक्मविपाक # | द्वितीयमद्दारस ॐ | चिकित्सा र
संप्राप > | वातातीषारभानो > | परशिनपण्यांदि कि
व्यतीसारनिदान ४. |' पित्तातीसारनिदान # | आमातीसारनिदान चर
संप्रापि # | चिकित्सा # | चिकित्सा न
अतिखारपुवूप ® | पित्तातीवारपाणीवघरन्न = | = | वितति _
श्रतिखारपुवंरूपचिषित्वा = | मधुकादियोग = | धान्यकादि #
विल्वादिपडगयुष ? | शुट्यादि अभयारेचन <
याग # | विस्वादिकाढ़ा = | बिहंगादि ह
वनेनीय > | कटूफलादिकाढ़ा र२०| जुधिताबर २२४
अतिसारावरलंघन २१५ | मधुयष्टयादिकाढ़ा | देवदार्जलपान ्
दीपन # | समंगादिचणं # | चित्रकादि ्
अतिष्ारप्रक्रिया | श्रतिविपदियोग > | विष्वादियोग #
दुषरप्रकार = जंघादिचुणं = | पथ्यादि । न
धान्यपंचकपाचनं @ | लोकेश्ठररस | एरण्डादिरिस दर
धातष्यादिमोदकं = | द्सराप्रकार * | शुंद्यादिचण की
कुटजाएककाढ़ा > | कफातोखारनिदान > | द्रीतक्यादिचणं =
वातातीसारनिदान # | चिकित्सा ४ | 'शुंठीपुटपाक ^.
यतिकादिकाढा > | पथ्यादिकाढ़ा # | शुट्यादिचुण |
पथ्यादि | छमिशत्रादि > | तीसराश ठयादिचण दर
चचादि # | परिकादि ` २९१ | साखरुण्डचुणे २२५
सुबच्चंलादिकाढ़ा = | गोकौटकादिकाढ़ा = | यवान्धादि =
कपित्याणएक २१६ | चव्यादिकाठा ~ | कलिंगादि प्र
लाद्चणे = | कणाच ~+ | विकंठादियवकांजी ~
कटजचणं ४ | डिंग्वादि => | चीवेरादि )
ष्य'टीचणं £ | दव लादियोग हि चूयुपणादि न
छरृदल्लवगादि् £ | पथ्यादिचणं # | पाढ़ादि न
विज्ञयायोग २१९ | भयादिच॒णे = | पयमुस्तायोग ॐ
फुटनाघलेद = | शुढो एटपाक = | आमपक्कातीसारलच्षण न
दुसराकुटनाद्यवलेद = | चिदोपअतीसारनिंदान = | असाध्यसच्षण ॥
कुटजपुटपाक + कुटजावलेद् = | उपद्रव ~ यन्द
सतसंजोवनरस # | समंगादि २२ | सोधादि चूण
अनुपानफदेदं २१८ | पंचमुलीवलादिकाढ़ा -= | पट्रादिचणे ` £
कारुप्यसागर् = पंचमूलयोजना = | कुटलार्दि +
2 = | कुटजञपुटपाकं > | इवष्टादिगण
दन्य सुतादिवटी ४ | समंगादिचण +
पचमुलाप्दपया चतुश्समावटी * | फंचटादि चणे +
मसुराद्घूत तृ्धिखागररस चंछोटकल्क ह
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