हड़ताल | Hartal

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Hartal by प्रेमचंद - Premchand

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

Author Image Avatar

प्रेमचंद का जन्म ३१ जुलाई १८८० को वाराणसी जिले (उत्तर प्रदेश) के लमही गाँव में एक कायस्थ परिवार में हुआ था। उनकी माता का नाम आनन्दी देवी तथा पिता का नाम मुंशी अजायबराय था जो लमही में डाकमुंशी थे। प्रेमचंद की आरंभिक शिक्षा फ़ारसी में हुई। सात वर्ष की अवस्था में उनकी माता तथा चौदह वर्ष की अवस्था में उनके पिता का देहान्त हो गया जिसके कारण उनका प्रारंभिक जीवन संघर्षमय रहा। उनकी बचपन से ही पढ़ने में बहुत रुचि थी। १३ साल की उम्र में ही उन्‍होंने तिलिस्म-ए-होशरुबा पढ़ लिया और उन्होंने उर्दू के मशहूर रचनाकार रतननाथ 'शरसार', मिर्ज़ा हादी रुस्वा और मौलाना शरर के उपन्‍यासों से परिचय प्राप्‍त कर लिया। उनक

Read More About Premchand

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
कक १ हड़ताल [ द्य 9 स्केन्टलबरी [ झानन्द से साँस लेकर घूमता इरा | आपने बड़ी दया की देवी जी । एलनिड पिता जी, आप को किसी और चीज़ की जरूरत है ! , { ऐंथ्वनी सिर दिलाता है ] तुम्हें कुछ चाहिए एडगार ? एडगार हों मुभे एक “जे” निव दे दो । एलनिड वह मिस्टर स्केंटलबरी के पास रक्‍खी हुई है । स्केंटलबरी [ निबों की एक छोटी सी डिबिया उठाकर | अच्छा ! तुम्हारे भाई साहब “जे” निव से लिखते हैं। मैनेजर साहब किस निब से लिखते हैं ? ७




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now