ज्ञान कथाकुज्जल | Gyan Kathakujjal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
136
श्रेणी :
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No Information available about कस्तूरचन्द्र जैन 'सुमन ' -Kasturchand Jain 'Suman'
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ससार से भय उत्पन्न करनेवाली सवेजिनी कथाओ मे निम्न कथाएँ
कही जा सकती है-
वाणी संयम लाभप्रद
मदनसुन्दरी की पति-सेवा
रानी का अविवेक
देह सौन्दर्य परीक्षा
कौटुम्बिक जीवन की झाकी
समी बहिन भी स्वार्थमय
जैसी करनी वैसी भरनी
८ जीवन क्षणमगुर है भाई
६ परिवार-परीक्षा
१० बुद्धिमान राजा बुद्धिमान चोर
११. गुण अवगुण सगति फले
१२ दयावान युवराज्ञी
१३ खाओ सब मिल बाटकर
भोगो से वैराग्य उत्पन्न करने वाली कथाओ का भी ज्ञानसागर-वाडमय
मे प्रयोग हुआ है। ऐसी कथाएँ पॉच है-
१ वैरागी का व्याह
२... भाई-भाई का बैर-स्नेह
३... कुलटा-नेहीं यशोधर
४ राज्यभोग की लालसा
५ भोगो की कुटिला
उक्त कथा-भेदो के अतिरिक्त सामान्य नैतिक विषयो से सम्बन्धित
कथाएँ भी व्यवहृत हुई है । वे है-
१ मतिवर ग्वाला
२ भावों का है खेल जगत मे
३... साधु दृष्टि
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