जन्तु बिल कैसे बनाते है? | Jantu Bil Kaishe Banate Hain
श्रेणी : विज्ञान / Science
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
33 MB
कुल पष्ठ :
163
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)स्तनपोषी जन्तुओं के बिल... १३
है। सिर के पीछे से पूँद के आाधार तक पीठ पर एक काली पट्टी
होती है । उसके पाश्वं मैं दोनों ओर उसके शरीर के स्वाभाविक
रंग की पष्य होती हैँ । उनके नीचे फिर एक-एक काली पट्टी होती
है। इसके नीचे श्वेत या धूमिल पीले रंग की पट्टी होती है । इसके. ` ः
नीचे पुन: काली पट्टी होती है। अंतिम तीन पट्टियाँ थ तथा
कटि प्रदेश पर -धँधली हो जाती हैं । इस प्रकार चिकचिकी या
चिपमंक. गिलहरी की पीठ पर पोच काली तथादौ श्वेतया हल्की
पीली पट्टियाँ होती हैं ।
चिकचिकी या चिपमंक गिल्तहरी का विवर एक पेचीदी रचना
होती है। बह सदा किसी दीवाल, दक्ष या कगारे के नीचे बना .
होता है। बिवर लगभग एक. गज तक घरातल के नीचे लम्बबत्
चिपमंक गिरुहरी
बना होता है । फिर कुछ ङचाईे की दिशा मे अनेक टेद-मेहे मार्गो
रूप में बना होता है । सख्य विवर से संलग्न अनेक उपविवर होते .
है, अतएव उनमे से किसी से यह शत्र से वचकर भाग सकती है ।
केवल एक जन्तु ष्टोट ही एेसा होता दै जो हसक विवर की पेचीदगी
मे नहीं भूलता ओर अपना लचीला शरीर उनके टेदेपन के अवुह्प `
घुमा-फिराकर भीतर प्रवेश पादी जाता है। वह जितनेचिपमंशं $
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