द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ | Diwedi Abhinandan Granth
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18 MB
कुल पष्ठ :
725
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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विषय
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पूजन (कविता)- श्री सियारयामशरण गुप्त, चिरगाँव, साँसी ह
रस-मीमांसा-डाक्टर मगषानदास, काशो न प
संत कां वैन्नानिक अतुरीलन--धाचायं भोविघुरेखर भटराचायं
शांतिनिकेठन, येलपुर
संदेश (कविता)--श्रीमती तोरनदेवी धुक्त *लली,” लखनऊ
मुसलमानों के पहले की राजपूत-चित्रणकला-वियामदेदषि श्री काशीप्रसाद
जायसवाल, म॑० ए०, वारिस्टर-ण्ट-ला, पटना = ८८.
बेद 'और वह्ठियुग--श्री रुद्रदेवशास्री, वेदशिरोमणि, दर्शनालैकार, काशो-विद्यापोठ
घातक (कविता)--राय कृष्णदास श
भारतीय इतिहास में राजपूर्वा फे इतिदास का महत््व-मदहायज-कुमार
रघुवीरसिंद बी ० ए०, एल-एल० बी०, सीतामऊ „“ क
जीवन-फूल--श्रीमती सुभद्रादेवी चौहान, जबलपुर...
सूरदास का काव्य और सिद्धांत--श्री नलिनीमाइन सान्याल, एम० ए०,
सापानतत्व-रन्न, नदिया (बंगाल) क १४
आरतीय वाङ्मय के अमर रलन~-श्री जयद्र विदलं कार प्रयाप „“.
लारी (कविता)--श्री मैथिलीशरण शुप्त, चिरगाँव, कासी
'आार्य कालफ--श्रो मुनि, फल्याणविजय, उदयपुर
पुरुपार्थ-मद्दामहपाध्याय श्री गिरिघर शर्मा चतुर्वेदी, जयपुर
जन्ममृत्यु फे श्चनुपाच मे भारत वथा सं्तार के धन्य देश-प्रोफेषर
विनयकुमार सरकार
उनसे (कविता)--श्रीमती कुमारी “सत्य”, देहरादून
अंगिरस 'झग्नि--श्री वासुदेवशरण अमवाल, एम० ए०, एल-एल वी०, सधुरा
पर्दे के पीठे (कविता)- ध्र हरिकृष्ण श्रेमी, अजमेर
कविवर ठङ्कर जगमेदनर्सिंह--पयवदादुर दी यज्ञा, बी ए०, कटनी-सुज्वाय
सेवा (कविता)-प्रोफेखर शिकधार पडिय, एम० ए०, प्रयाग-विश्वविद्यालय
साधारणोकरण शार व्यक्ति-वैचितरयवाद्--म्री रामचंद्र शुक्र,
दिन्दू-विश्वविद्यालय, काशी
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