शेष प्रश्न | Shesh Prashn

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Shesh Prashn by अज्ञात - Unknown

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
¦ हेष परश्च १७ मनोरमने मयके साथ उधर यह फेरकर देखा, शिवनाथ टेविलके पास खड़ा हुआ कोई क्रिताव दढ रहा है 1 नौकरने उसे गलत खबर दी थी । मनोरमा मारे शरमके मानों ज़मीनमें धैंसने ठगी | शिवनाथके पा आकर्‌ खड़े होनेपर वह ऊपर मुँह उठाकर देख न सकी ¦ शिवनाथने कद्दा, ” किताव सुझे मिली नहीं आशु वावू । तो अब चला | ” आशु बावूसे और कुछ कहा नहीं गया, सिर्फ कहा, “ वाहर मेह जो चरस रदा है । » श्चिवनाथने कदा, “ वरखने दीजिए । व्यादा नहीं है | इतना कहकर वद्द जा दी रहा था कि अकर्मात्‌ ठिठक कर खड़ा हो गया । मनोरमाको लक्षय करके वोला, ¢ मैंने दैवात्‌ जो सुन लिया दै वह मेरा दुर्माग्य भी है और सौभाग्य भी । इसके छिए आप लजित न हों । ऐसी बातें अकसर सुननी पढ़ती हैं | फिर भी, यह मैं निश्चित जानता हूँ कि वर्ति मेरे सम्बन्धे कदी जानेपर भी मुझे सुनाकर नहीं कह्दी गई । इतनी निर्दय आप इरगिज नहीं ह | *” र फिर जरा ठहरकर का, “ मगर मेरी ओर एक शिकायत है । उस दिन अक्षय बाबू वगैरह प्रोफेसरोंके गुटने मेरे विरुद्ध इशारा किया था कि मानो मैं किसी खास मतलवको लेकर इस घरसे घनिष्ता बढानेकी कोशिश कर रदा हूं । पर एक तो सब लोगोंकी औचित्यकी धारणा एकक-सी नहीं द्ोवी,-- दूसरे वाहरसे कोई एक घटना जैसी दिखाई देती है वदद उसका पूर्ण रूप नहीं होता । पर वात जो मी हो, आप लोगोंमें प्रवेग करनेकी कोई गूढ दुरभिषन्वि उस दिन मी मेरे अन्दर नहीं थीं और आज मी नहीं हे। ” फिर सदसा आघ बावूको छश्ष्य करके कहा, “ मेरा गाना सुनना आपको अच्छा लगता है,--घर मेरा ज्यादा दूर नहीं है, अगर किसी दिन सुननेकी तवीयत दो जाय, तो वहीं चरण-रज दीजिए.गा, मुझे खुशी ही होगी ।” इतना कटकर फिरसे नमस्कार करके शिवनाथ वाहर चला गया । पिता या कन्या दोनॉमेंसे कोई एक भी चातका जवाब न दे सका ! आयु बावूके ढृदयमेंसे वहुत-सी वातं एक साथ निकलनेको घक्छमधक्ा करने लगीं; किन्तु निकल न सकीं 1 वाहर तव वर्पा जोरकी दो रदी थी; यद्द॒ वात मी उनके मुँहसे न निकढी कि दिवनाथ वाबू , जरा ठददरकर जाइएगगा 1 नौकर चायका सामान लेकर हाजिर हुआ । मनोरमाने पूछा, “ तुम्दारी चाय क्या यहीं वना दूँ वापूजी १ ”




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now