हिंदी साहित्य का विकास और कानपुर | Hindi Sahitya Ka Vikas Aur Kanpur

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Hindi Sahitya Ka Vikas Aur Kanpur  by नरेश चन्द्र चतुर्वेदी - Naresh Chandra Chaturvedi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय पृष्ट संख्या कालिदास त्रिवेदी | दम ७ कवीन्द्र उदयनाथ + ८० इन्द्रजीत त्रिपादी क ८१ सन्तन , ८२ दलह इ र्‌ गुरुदत्त, शिवनाथ शुक्ल ६ ८९ देवकीनन्दन, शीतल त्रिपाठी र ८६ महाकवि पद्माकरं 4 ८७ जानकीराम कक ६४ देवदेत्त कर ६९ भूपनारायण, लोकन मिश्र + ६७ जाल कवि न ६ शीतलाप्रसाद्‌ तिवारी ६4 ६ बनी प्रगर „3 १०० रामदन त्रिपारी, खुशहाल तिवारी श्रौर अन्य कवि १०१ चतुथ अध्याय त्रजमाषा के च्नाधूनिक कवि १०२-- १३६ भारवेन्दु युग पक १०२ प्रतापनारायख मिश्र म १०६ रसिक समाज ता ११० लखिता प्रसाद त्रिवेदी (ललितः कि १११ दरामरस्न सनाद्य 'रत्नेश' त ११२ गदाघर प्रसाद 'नवीन' ५ ११४ मुंशी कालीचरसा 'सेवक' श ११९ राय देवीप्रसाद्‌ 'पूणण ति ११७ मखिलाल् कक १३१ अजचन्द भ १२२ चौदह




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