हिंदी में प्रत्यय विचार | Hindi Me Pratyay Bichar
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18.66 MB
कुल पष्ठ :
408
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about मुरारी लाल उप्रेती - Murari Lal Upreti
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विशिष्ट पारिभाधिक शब्द यहाँ कुछ पारिभाषिक दाब्दो को प्रँप्रेजी पर्यायो सहित प्रस्तुत किया जाता है । यद्यपि पादटिप्पणी में सप्रसग उन्हें प्रस्तुत किया गया है फिर भी विषय की सुगमता के लिए यहाँ. ये अपेक्षित समभे जाते है । इनके भ्रतिरिक्त इस में श्रपनाए गए दोष दाब्द या तो स्वतः स्पष्ट है या श्रतिपरिचित से है अ्रत उन्हें यहाँ देने की भ्रावश्यकता नहीं संमक्ी गई । ग्रजन्ताक्षर श्म्न्त ग्राधार भ्रार्तरिक मुक्त सक्रमण भ्राबद्ध रूप / प्रत्यय रूप क्रम गठनात्मक गठन चिह्लक ध्वनिप्रक्रियाट्मक विकार ध्वनिविकार ध्वनिविज्ञानी निपात पदिम परप्रत्यय परसगगं पशचाध्यी पूर्व प्रत्यय प्रत्यय प्रत्यय-विचार बाह्ममुक्त सक्रमण 0067 89 82.12 €त10 8 0856 पाला 841 0060 पाक 51100. ठिएफण णाठटा 2 इएप्टएपएट 92.7 5.61 छ110116प८ €उ. 6पघएट 8पाी15 0051 छा 067. पाथाा810100
User Reviews
No Reviews | Add Yours...