हिन्दी साहित्य के बृहत इतिहास भाग 6 | Hindi Sahitya Ka Brahid Itihas Bhag 6
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
29 MB
कुल पष्ठ :
572
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( २ )
(५) भट नायक “ ४६
( ६ ) श्रभिनवरुप्त । ६
(७ ) भरतस की व्याख्या ` ४६
३ अलंकार संप्रदाय श्र रस ^ ~ थः
( १ ) श्रलंकासवादी श्राचायं । ~
(२) श्रलंकारवादिययो द्वारा रस की महत्वस्वीृति - ४६
८ ३ ) श्रलंकारवादियों द्वारा रस का अलंकार में श्रंतमौव ` ५०.
(४ ) रसवादिर्यो तथा कतक द्रा श्रलंकारवादियों का खंडन ५३
८ ध्वनि संप्रदाय श्रौर रस ५७ .
( १) ध्वनिवादी श्राचायं श्रौर रस - ५७
(२) स्स); ध्वनिक एक मेद् ५७.
(३) रसध्वनि ; ध्वनि का सर्वो्छृट मेद ५८
£ -श्रलंकार संप्रदाय शः ६१
( १) उपक्रम ६१
( २) श्रलंकार्वादी आचाय ' . ६१.
(३ ) ध्वनिवादी. श्राचार्य श्रौर द्र्लकार ' ६३
(४) अलंकारं का लक्त्ण ६४
(५) द्रलंकारो की संख्या ६६
(६ ) श्रलंकारों का वर्गीकरण ६७
(७ ) श्रलंकारो के प्रयोगों में त्रौचित्य ६६
(८ ) त्रलंकार संप्रदाय श्रौर हिंदी रीतिकालीन श्राचार्य, ७३
१० रीति संप्रदाय | ` ७
(१) रीति फी परिभाषा श्रौर स्वरूप ७८
(२) रीति सिद्धांत का अन्य सिद्धांतों के साथ संबंध ८०.
(श्र) रीति तथा श्रलंकार ८०
(आ) रीतिश्रौर वक्रोक्ति “ दु
(इ) रीति श्रौर ध्वनि ८३
(ई ) रीति और रस = , हब
(३) रीति सिद्धांत की परीक्षा, ' .. .' ८५
(४ ) रीति के मूलतत्व ं ` दय
` (५ ) रीति के प्रकार . ६१
`: (६ ) वाह्य श्राधार
११ वक्रोक्ति संप्रदाय `
: -.( १ ) कुंतकप्रस्वुत वक्रोक्ति संप्रदाय
६३
६४
१००५
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