जैन गायन रत्नाकर | Jain Gayan Ratnakar
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
422
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( ९५ )
४ मोक्ष च्यार प्रकारे--
ज्ञान १ दर्शन ९ पारित्र ३ तप ४
१४ पन्दरमें बोले आत्मा आठ--
द्रच्यआत्मा १ कपाय आत्मा ९ योग आत्मा ३
उपयोग आत्मा ४ ज्ञान आत्मा ५ दन आत्मा ६
सारिन्र आत्मा ७ चीयं आत्मा ८
१६ सोलमें बोले दण्डक चोवीस--
१ सात नारकियां को एक दण्डक
१० दरा दण्डक भवनयतिका--
अखुरकुमार १. नागकुमार २' सोचन कुमार ३
विद्यत कुमार ४ अग्नि कुमार ५ दीपकमार ८
उदधि छुमार ७ दिसाकुमार ८ वायु कुमार £.
स्तनित कुमार १०
५ पांच थावरक्ा पश्च दपडक-- |
ण्थ्वीकाय १ अप्पकाय २ सेउकाय ३ वायुकाय ४
यनस्पतिकाय ५
१ चेइन्द्री को सतरमों
१ तेइन्द्री को अठारमों
१ चौइन्द्री को उगणीसमों
१ तिर्यञ्च पंचेन््री क्ते बीसमों
१ भतुष्य पेन्द्र क्ते दकटीखमो
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