समयसार प्रश्नोंत्तरी | Samaysaar Prashnottari
श्रेणी : जैन धर्म / Jain Dharm
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
236
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि पूज्य 108 मुनि श्री
सूर्यसागजी महाराज ने समयसार प्रश्चोत्तरी नामक पुस्तक
लिखी है जो जन मानव को लाभ दायक होगी क्यों कि जिसमें
जितने भी प्रश्रोत्तर है वह वीतरागता से जुड़े हुए है मानव
अनादि काल से वासानाओं का दास बना हुआ है और संसार
में भटक रहा है जब ऐसी वीतरागता की झलक पुस्तकों में
पड़ने को मिले और सरल भाव से प्रश्नों से उत्तर समझ में
आ जाए तो ऐसी ही पुस्तक है यह समयसार प्रश्नोत्तरी जो
आत्म कल्याण में महान सहायक होगी और तभी इनका
परिश्रम सफल होगा इनका अध्ययन श्रेष्ठ है, निरन्तर ध्यान
मगन स्वाध्याय मेँ लगे रहते है । सो धन्य है आगे भी संसारी
प्राणियों के कल्याण हेतू ऐसे साहित्य निकलते रहे। यही
भगवान से प्रार्थना है
संघस्थ ब्र. मैना बाई जैन
नमोस्तु
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