समयसार प्रश्नोंत्तरी | Samaysaar Prashnottari

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Samaysaar Prashnottari by अनिल कुमार जैन - Anil Kumar Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि पूज्य 108 मुनि श्री सूर्यसागजी महाराज ने समयसार प्रश्चोत्तरी नामक पुस्तक लिखी है जो जन मानव को लाभ दायक होगी क्यों कि जिसमें जितने भी प्रश्रोत्तर है वह वीतरागता से जुड़े हुए है मानव अनादि काल से वासानाओं का दास बना हुआ है और संसार में भटक रहा है जब ऐसी वीतरागता की झलक पुस्तकों में पड़ने को मिले और सरल भाव से प्रश्नों से उत्तर समझ में आ जाए तो ऐसी ही पुस्तक है यह समयसार प्रश्नोत्तरी जो आत्म कल्याण में महान सहायक होगी और तभी इनका परिश्रम सफल होगा इनका अध्ययन श्रेष्ठ है, निरन्तर ध्यान मगन स्वाध्याय मेँ लगे रहते है । सो धन्य है आगे भी संसारी प्राणियों के कल्याण हेतू ऐसे साहित्य निकलते रहे। यही भगवान से प्रार्थना है संघस्थ ब्र. मैना बाई जैन नमोस्तु




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