रसायन दर्शन | Rasaayan Darshan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : रसायन दर्शन  - Rasaayan Darshan

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about भोगीलाल गाँधी - Bhogilal Gandhi

Add Infomation AboutBhogilal Gandhi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
सम्पादकीय ज्ञान-गगोत्री श्रेणीका यह चतुर्थ ग्रथ प्रगट हो रहा है। ह एक प्रकारसे तकनीकी विपयका ग्रथ है। उसका अध्ययन वैज्ञानिक ज्ञानकी अपेक्षा रखता है। किन्तु आधुनिक युगके औद्योगिक विकासमे इस विद्याका अपूर्व व्यावहारिक प्रदाय (योगदान) रहा है। अत इस विजानसे अपरिचित जिक्षित नागरिकोका इस विषयमे प्रवेश करानेके उद्देश्यससे इस ग्रथमे महत्त्वपूर्ण मूलभूत सूत्रोका परिचय दे कर, उत्तरोत्तर विकसमान इस क्षेत्रके इतिहास, उसके व्यावहारिक प्रयोग व उसकी उपलब्धियाँ प्रस्तुत की गई है, भविष्य- की सभावनाओकी ओर अगुलिनिर्देश भी किया गया है। इस विद्याके क्षेत्रमे आदियुगमे भारतका आरभ हमने भारतीय रसायन विद्यासे करना उचित समझा है। यहाँ एक स्पप्टता कर लेना उचित है क्रषि विज्ञान' पर एक स्वतत्र ग्रथ तैयार किया जा रहा है अत हमने इस ग्रथमे 'क्वपि क्षेत्रमे रसायन विज्ञान विषयका समावेश करना उचित नहीं समझा। इस ग्रथके सभी लेखक रसायन विज्ञानके क्षेत्रके प्रतिष्ठाप्राप्त, तद्विद लेखक है। उनके ज्ञान ओर सरल शैलीका लाभ इस ग्रथके लिए उपकारक सिद्ध हुआ है। इस क्षेत्रके मर्धन्य व आदरणीय विद्वान आचार्य श्री नरसिह माई मू० जाहने इस ग्रथकी सारी सामग्रीका आदिसे अतत्क अवलोकन किया है तथा उनके निर्देश हमे वरावर मागंदगंन देते रहे है, एतदर्थ हम उनके विभेप आभारी है। इस ग्रथके लेखक डा० सुरेश सेठनाने, हृदय रोगके असरमेसे मुक्त होनेके वाद, अपने सिर पर अखिल भारतीय विज्ञान परिपदके रमायन विभागकी विभागीय अव्यक्षताका भारी उत्तरदायित्व होने पर भी, इस प्रथके सम्बन्धम्‌ स्वकत जिम्मे- दारियाँ पूर्ण करनेमे जो उत्सुकता (तत्परता) दिखाई है, वह सचमुच उल्लेखनीय है। इस ग्रथके भारतीय रसायन विज्ञान वाले अध्यायमे जैन तत्त्वजान (दर्णन)के सम्वन्धमे कुछ स्थापनाएँ है। इन स्थापनाओका पुनरीक्षण करनेमे जेन दर्शनके पण्डित व इतिहासविद एवं इस योजनाके एक परामर्भक श्री रसिकलाल छो० परीखने जो ममतापूर्ण सहकार प्रदान किया है, वह अपूव है। उत कौ इस विपयके विद्दान्‌ डा० चतुरभाई एस० पटेल (मूतपूवं उपकुनपति म० स० यूनिट , ब्डोदा)की ओरसे जो सत्कार (स्वागत) प्राप्त हुआ है, वह विशेष आनदप्रद बात है। पूवके ग्रथोकी तरह्‌ यट ग्रत मी विचारि शिक्षित नागरिकोके लिए एकं महत्वपूर्णं विपयमे प्रवेश करानेमे उपयोगी * ऐवी आचक्रे साथ हम इसे प्रन्तुत कर रहे है




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now