संसार का नक्शा | Sansaar Ka Naksha

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Sansaar Ka Naksha by कुडुमल जैन - Kudumal Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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परिचय 4 नजीवागाद्‌ के साहु सलेखचन्दजीके खान्दा- नमें-जिसमें रायबहादुर साहु जुगमन्दर दास जी जेन हो च॒के हैं ओर इस समय साहू शांति- प्रशाद जी जो डालमियां जी के दामाद हैं उनके चाचा साहू विमलप्रशाद जी की सुपुत्री श्रीमती देवी से हुईं है। दूसरे पुत्र श्री कैलाशचंदजी जो/कि किन्ही कारणों से एफ ए से आगे नही पढ सके, इनकी शादी पहा धीरज देहली में ला० जग्गीमल जी की सुपुत्री पुष्पा देवी से हुवी है । लाला जग्गी मलजी बडे परोपकारी धर्मात्मा श्रावक थे आप धांमिक कामों में सदेव अग्रेसर रहते थे, उन वी फर्म का नाम रामगोपाल संतलाल था इस पक्र उनके खानदान में श्री हेमचन्दजी ईें जो हिसारटेक्सटाईल मिल में जनरल मैनेजर हैं और इनके ही खानदांनवालों ने राजा टायज कम्पनी नामक कारखाना जो देश : शर में मशहूर है, देहली में खोला हुआ है। तासरे सुपुत्र श्री सुरेंद्रकुमार जी,जो होशयार




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