हेल्थ एंड ब्यूटी गाइड | Health And Buity Guide
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6.85 MB
कुल पष्ठ :
206
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)श्र फेल मिड को मोड़े । एक ही साथ कमर और पैरों को ऊपर उठाएँ। हाथों से कमर को सहारा दें। यह करते हुए सामान्य रूप से साँस लेते रहें। अब हाथों को कमर की बजाय पीछे पीठ की ओर ले जाएँ इस स्थिति में शरीर लगभग सीधा रहेगा तथा ठुड्डी छाती की तुलना में दबाव में रहेगी । यह 5 से 5 मिनट तक करें। सर्वागासन के बाद शवासन करना ठीक रहता है। इसी प्रकार शवासन के बाद मत्स्यासन लाभकारी होता है। सर्वागासन को सब आसनों का ताज कहा गया है। इसके फायदे सबसे अधिक हैं। इस आसन को करने से अवदटुप्रंथि या. थायराइड अस्थमा संधिवात प्रारम्भिक स्थिति में मिरगी बालों को झड़ना शिराओं में प्रदाह या जलन अपरिपक्क स्खलन अपच की गड़बड़ियाँ तथा स्त्री रोग सम्बन्धी समस्याओं जा सकता है। मत्स्यासन संधिवात से मुक्ति के लिए पदुमासन में बैठ जाएँ । धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकें तथा को जमीन पर रहने दें । गर्दन को चापवत्त पीछे ले जाएँ त पर टिका दें। सिर किसी मोटे कपड़े पर रहे तो अच्छा है से हाथों से पकड़ लें । पम्द्रह बार गहरी सौँस लें। ठुड्ी ऊपर तथा गर्दन सीधी रहे। जब यह अभ्यास थोड़ा आगे लाएँ फिर पैरों को फैला दें । इस आसन को करते समय शरीर का ऊपरी और सक्रिय रहता है। चूँकि गर्दन चापवत रहती है अतः गर्दन की ग्रंथियाँ जैसे थायराइड को ताकत मिलती है। इस आसन से अस्थमा 18 ० हैल्थ एण्ड ब्यूदी माइड
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