सम्पूर्ण गाँधी वांड्मय | Sampurna Gandhi Vaangmay

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Sampurna Gandhi Vaangmay by

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय~सुची भूमिका आभार पाठकोको सूचना * पत्र : सी° एफ० एन्डूबूजको, (१६-१-१९२५) * भाषण: महिला परिषद्‌, सोजित्रा्म, ( १६-१-१९२५) - भापण : बारिया क्षत्रिय परिषद्‌, सोजिवरार्मे, (१६-१-१९२५) . भाषण : अन्त्यज परिपद्‌, सोजित्रामे, (१६-१-१९२५) ' ५. भाषण: वारडोलीमें, (१७-१-१९२५) 9 6 @ € ~= ५ ০ ০ পি १८. १९. २०. २१. २२. २३. . काठ्यावाडके संस्मरण, (१८-१-१९२५) . भाषण : भुवासणमे, ( १८-१-१९२५) भाषण : कारीपरज परिपद्‌, वेडछीमे, (१८-१-१९१५) + पत्र : मथुरादास त्रिकमजीको, (१९-१-१९२५) . टिप्पणियाँ : पच्चीस हजार नही; कु परिषदं; धाराल; अन्त्यज; महिला परिषद्‌; कालीपरज; उनकी दो प्रतिन्नाए; परिषद्के वाद; राम नाम; गाद्वा पाठशालाः (२२-१-१९२५) एक अपील, (२२-१-१९२५) , पत्र : एूलचन्द शाहको, (२२-१-१९२५) ' पत्र: रेवादंकर झवेरीको, (२२-१-१९२५) * भाषण: सर्वेदकीय सम्मेछन समितिकी वैठकठ्लें, (२३-१-१९२५) « अ० भा० गोरक्षा-मण्डलके संविधानका मसबिदा, (२४-१-१९२५) * भाषण: सर्वेदलीय सम्मेछन समितिकी बैठकमें, (२४-१-१९२५) « टिप्पणियाँ : काठियावाड़; ठीक हिसाव; १५० रख्पयेके चरखे; किसान्‌ परिषद्‌; अव्यक्ष; वाराला; महिका परिषदु; अन्त्यज; कारीपरजः; সনহীলী; सूत्र-वद्ध; मद्यपान; प्रतिज्ञा; रामनाम; वारडोीका कृत्व्य, (२५-१-१९२५) पत्र : एक जर्मनको, (२५-१-१९२५) मौन-दिवसकी टिप्पणी, (२६-१-१९२५) पत्र: मगनलाल गाधीको, (२७-१-१९२५) पत्र : घनर्यामदास विडकाको, (२७-१-१९२५) गेट : समाचारपत्रौके प्रतिनिधियोमे, (२७-१-१९२५) कुछ प्रर्नोके उत्तर, (२९-१-१९२५) र টে শি 5 পয ७६ «७ “०७ क) শাহি কটি ভিত < ডে 0 পাটি २२ २८ ३० ३२ २३२ ३३। ३५ ३६ নি ४ ४५ ४६




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