समकालीन भारतीय महिलाओं में आरक्षण का मनोविज्ञान प्रभाव एक विश्लेषणात्मक अध्ययन | Samakalin Bharatiy Mahilaon Men Aarakshan Ka Manovigyanik Prabhav Ek Vishleshanatmak Adhyayan

Samakalin Bharatiy Mahilaon Men Aarakshan Ka Manovigyanik Prabhav Ek Vishleshanatmak Adhyayan  by उर्मि दीक्षित - Urmi Dixit

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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तथा श्रीमती राबड़ी देवी विहार की मुख्यमंत्री है | वर्तमान केन्द्र सरकार में बहुत सी महिलायें मंत्री है जिनमें श्रीमती सुषमा स्वराज, सुश्री उमा भारती, श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया आदि है | सुश्री ममता बनर्जी, भारत सरकार में मंत्री रही | इसके अलावा प्रथम बार लोकसभा में श्रीमती सोनिया गँ६ गी विरोधी दल की नेता है। बिहार विधान-सभा के चुनाव में 4952 में चौदह, 1957 में बत्तीस, 1962 में सत्ताईस, 1967 में ग्यारह, 1969 में चार, 1972 में बारह, 1977 में तेरह, 1980 में तेरह, 1985 में चौदह 1990 में तेरह, 1995 में बारह 2000 में बीस महिलाये विजयी हुई । राजनीति मे महिलाओं की भागीदारी के क्षेत्र में पूरी दुनिया मं निराशाजनक स्थिति है। विकसित देश ओर विकासशील देश कम से कम इस मुद्देमेंएक ही धरातल पर खड़ नजर आते हँ | पूरे विश्व में संसदीय राजनीति में महिलाओं को मात्र 11.9 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिला हुआ है । अमेरिका मेँ 117 प्रतिशत, इंग्लैण्ड में 9.5 प्रतिशत, रूस में 10.2 प्रतिशत, जर्मनी में 26.2 प्रतिशत, फ्रांस में 6.4 प्रतिशत, चीन में 21 प्रतिशत, मोरक्कों में 0.6 प्रतिशत इत्यादि देशों की संसदों में महिलाओ के प्रतिनिधित्व से एक बात साफ परिलक्षित है कि व्यवहारिक राजनीतिक धरातल पर, विश्वभर में महिलाओं की सहभागिता बहुत कम हे । भले ही, अधिकाश देशों के संविधान में स्त्री पुरूषों की समानता पर जौर दिया गया हँ | राजनीति मे महिलाओं की भागीदारी के मामले में “स्वीडन” दुनिया में पहला स्थान रखता है । यहौ उनकी भागीदारी लगभग 41 प्रतिशत है । नार्वे मे भी




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