सामाजिक नियन्त्रण एवं परिवर्तन | Samajik Niyantran Evm Parivartan

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Samajik Niyantran Evm Parivartan  by सदगुरु दयाल कुल - Sadguru Dayal Kul

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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वणकः ए707988702), प्रचार के नियम (रपाल ° ?107- 2882108), प्रचार एवं रिक्षा (11009897709, 890 ए व८८21010), जनतन्त्र मे प्रचार (008,909, 11) 12287070079८9) , प्रचार एवं सामाजिक नियन्त्रण [101709,887808, ৪00 ১০0191 ০0001), २३२-२४६ अध्याय २० जनमत एए०70० 09ंप्र0०४) | परिभाषायें (1)21100115), जनमत की व्याख्या +191ए919 0 7116 (7701011), जनमत की विशेषताएं (1878 01€751105 ০011৮010110 ()91- 1011), जनमत की प्रक्रिया भ्रौर निर्माण (1706685 2116 एग1021107 न एप] 0701), जनमत का ` सामाजिक महत्व (0५181 [11078166 01 7010110 71111011). ` । २४७२१५६ अध्याय २९ फेशन (858০2) परिभाषारये (1271005), फंशन कौ विशेषताएं (11241861 लः151165 2 `? 25111010), फंडान के मनोवैज्ञा- निक कारकं (5 €1010&1681 2८10715 01 5251- _ ` 101), फंशन तथां प्रथा (4511107) 2710 (प), पशन का सामाजिक महत्व (50121 57101862 66 ० 38111011}. अध्याय ३२ . . 4 क ` इास्यव्यंय . ` (शितांटप्र&) | हास्य व्यंग्य. एक संस्था के रुप में (1र1010016.85 28 ६८५19) 1757101707),हास्य-व्यंग्य के स्वर्तप (01915 ০১১৩ 05000 २५७-२६५ का সক ভি পাই এল स উল




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