भारतसार-भाषा | Bharatsar-Bhasha

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Bharatsar-Bhasha by खेमराज श्री कृष्णदास - Khemraj Shri Krishnadas

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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भाषाभारतसारानुक्रमाणिका | विषय पाङ चोहत्तरवौ अध्याय । ` राजा दुर्योघनका मारा আলা ओर ` ` बलरामजीका द्ारिकाजीको ओर चखा जाना - .. ३७९ पिचत्तखाँ अध्याय । আমান बिंठाप कलाप और घृतराष्ट्रका छोहेके भीमको चूर्ण करना... ३८४ ভীঘন ৭৭. छिहत्तरवाँ अध्याये । कौरवोंकी नारियोंका विल्यप और अश्वत्थामाके ढारां द्रौपदीके बालक पुत्रोंका नाश होना... - ३८८ सौधघुप्तिकंपर्व १२. दुर्योधनका प्राणत्याग, वालकोंका मरना सुनकर अजुनका क्रोधित होना और फिर अश्वत्यामाको पकडकर उसकी ` चुटिया काटना तथा उसर्मेते निकली हुई मणि द्वौपदीको सम्पण करना ...- »««« 3९२ 1 गाः शान्तिपवे १३. सतेत्तर्वो अध्याय । पांडवोंके प्रूछनेपर महात्मा मीष्मदेवका ज्ञान वर्णेन करना ..«« -- ३९३ ( १३) पृष्ठाडू अ शासनपतवें १४. अठत्तखाँ अध्याय । धर्मौलुसार प्रजाका पाछन करते हुए महाराज थुधिष्ठिर्का भीम नकुछ सहदेव और अजुन समेत राज्य पालन करना ১০০৮ ইহ विषय उन्नीसवां अध्याय । कौरवबोंके अन्यायोपार्जित द्वव्यका नाश होना --.. ४०६ अ £ अश्वमेघपव १५. अस्त्िवां अध्याय 1 गोत्रहत्याकी निद्वत्तिकं लिये महाराज 'युधिष्ठटिरका रांजसूय यज्ञ करना आर श्रीव्यासजीका .आना. ..~ ४०६ इक्यासिवां अध्याय । यज्ञ मण्डपसै अनुश्ाल्वका यज्ञीय घोडा चुराना তত উই वयासिवां अध्याय । अरनसे नीक ध्यजका परास्त होना ४२२. ` तिरासिवां अध्याय ! उदारक ऋषिके कथा प्रसंगमे अञ्चु नके संग. सौभारे ऋषिका पूरा वृत्तान्त वणेन --~. . ४२६. चौरासिर्वा अध्याय 1 अद्ुनके द्वारा सुघन्वाका मारा जाना ४३६. ~~




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