राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का योगदान : संदर्भ मौलाना आज़ाद | Mualana Abdul Kalam Azad Memorial International Essay Compition
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
64
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)राष्ट्र निर्माण मे महिलाओ का योगदान . संदर्भ मौलाना आजाद 7
गई थी। उसकी सारी स्वतत्रताओ पर प्रतिबन्द लगाकर उसे आजीवन पुरुष के
अधीन बना दिया गया।
महिलाओ को सारे अधिकारों से वचित कर चेतनाहीन बना देने का प्रभाव
समूचे राष्ट्र पर दिखाई देने लगा। महिलाओ की चेतनाहीनता राष्ट्र निर्माण में ग्रहण
की तरह लगी और देश गुलामी की जंजीरो मे जकड़ दिया गया |
महिलाओं में शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने हेतु
मौलाना आज़ाद के प्रयास
मौलाना आज़ाद ने गुलामी की जजीरो को काटने के लिए शिक्षा व जागरूकता
की कैची को पैना करने पर जोर दिया। वे मानते थे कि भारतीय महिलाओ को ज्ञान
प्राप्ति से वंचित रखना पूरे राष्ट्र के प्रति क्रूरता है। इसके लिए उन्होने मनुस्मृति को
मुख्य कारण माना और वे भारतीय महिलाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में पुनः
प्रतिष्ठित करने के अभियान मे जुट गए।
भारतीय महिलाओं को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए उन्दने शिक्षा को
महत्वपूर्णं सोपान माना। उनके समग्र प्रयत्नौ का उदृदेश्य महिलाओ को उपेक्षिता
के दलदल से निकालकर गरिमामाय स्थान प्रदान कर समूचे राष्ट्र निर्माण को
दिशा-दर्शन देने मे महिलाओं की भूमिका को पुन स्थापित करना था।
मौलाना आज़ाद शिक्षा को, महिलाओं को हर प्रकार से समर्थ बनाने का बेहतर
उपाय मानते थे। शिक्षित महिलाओं की राष्ट्रनिर्माण में अहम भूमिका होती है। वे
स्वय ही अपने सुधारों के लिए प्रयासरत होती हैं और अपनी समस्याएँ अपने ढंग से
सुलझाने के लिए राष्ट्र निर्माण की समस्याओं के निराकरण में भी अपनी बुद्धि तथा
विवेकशीलता का परिचय देती है।
मौलाना आज़ाद मानते थे कि एक शिक्षित महिला जागरूक होने के साथ
आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी हो पाती हे क्योकि शिक्षा महिला को स्वावलंबी
बनाने के अतिरिक्त उसमें सोचने-समझने और जागरूक बनकर जीने की क्षमता
का विकास करती है, तब वह राष्ट्र निर्माण मे अपना उत्कृष्ट योगदान प्रदान करती
है।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...