परिवार आकार निर्धारण में जनमाध्यमों की भूमिका | Pariwar Akar Nirdharan Mein Janmadhyamon Ki Bhumika
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
21 MB
कुल पष्ठ :
313
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)आज भी हमारे देश में प्रति मिनट 45 बच्चे पैदा होते हैं तथा ।4 व्यक्ति मरते '
हैं इस तरह प्रति मिनट 3। व्यक्तियों की वृद्धि होती है ।
हमारे देशं भ, तीव्र जनसंख्या वृद्धि कोः देखते हुये आर्थिक्र, सामाजिक एवं राजनीतिक
दृष्टि से जनसंख्या नियोजन का बहुत महत्व है । एक ओर जहां देश की जनसंख्या में तीव्र
वद्धि हो रही है, वही दुसरी ओर देश के घरेलू उत्पाद मैं तुलनात्मक रूप से कमी हो रही
है | देश के घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 1989-90 मैं जो 6 प्रतिशित थी, वह घटकर
1990-91 में 5.6४ रह गयी। वास्तविक आधार पर प्रति व्यक्ति आय जो ॥989-90 के
2148 रूपये थी, 1990-91 में बढ़कर 2227 रूपये हो ययी ! कृषि मंत्रालय हारा खाद्यान्न
उपज के अंतिम आकझड़ें के अनुसार 1989-90 में खाद्यान्न को !7 करोड़ ॥0 लाख 40 हजार
टन की उपज की तुलना में 1990-91 में ।7 करोड़ 62 लाख 30 हजार टन खाद्यान्न
उत्पादन हुआ ।स्पष्ट है कि प्रति व्यक्ति आय एवं खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि, जनंसख्या वृद्धि
की तुलना मै नमण्य हे । जनसंख्या वृद्धि का देश के आर्थिक्र विकास पर निरन्तर प्रतिकूल
प्रभाव बना हुआ है । जनसंख्या बृद्धि को रोकने के लिए सरकार नै विभिन्न योजनाओं को
प्रारम्भ किया हैं एवं जनमाध्यमों के माध्यम से परिवार आकार को छोटा रखने का प्रयास
किया गया है ।
जन माध्यमों ने परिवार नियोजन के बारे में अनेक प्रकार की ग़लत धारणाएं दुर
करने में महत्वपूर्ण, भूमिका निभाई है । हमारे देश क्री अधिकतर आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में
रहती दै । उनके इन कार्यक्रमों के बारे में सही जानकारी उपलब्ध करने मैं इन माध्यामों ने
निश्चय ही प्रमुख योगदान किया है । परिवार आकार को छोटा रखने के लिए एव उसकी
सुख समृद्धि के लिए, सरकार ने परिवार कल्याण कार्यक्रम क अन्तर्गत विभिन्न जनमाध्यमों का
सहारा लिया है । इनन प्रमुख रूप से रेडियो टी. वी, समाचार पत्र, पत्रिका, परिवार
कल्याण केन्द्र एवं पोस्टर আহি ই । कुछ विद्वानों ने जन माध्यमों के अन्तर्गत प्रेस,
रेडिय एवं टेलीविजन को सम्मिलित किया है ।
जनमाध्यम की परिभाषा को गंयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं संस्कृतिक संगठन
( एप्रह्ठ520 ) ने विस्तृत अर्थः भ लिया है एवै इषके अन्तर्गत प्रेष, रेडियो, टेलीविजन, एव
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