राजपूत - बाला | Rajpoot Bala
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
176
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ॐ ॐ
न
जन
तीसरा पर्च्डिद् ।
“सवाम |
গ্যাস
“अत्यन्त कश्के साथ मायाने दोनों रोगशीण, शुष्क,
लिष्पसः नेलोंसे स्वामी विलीपसिंहकी भोर देखकर कहा,
পকলাদী 1৮
#ग्ाया ।*
“कहतो ছু!” °
“क्या कहतो हो माया 7?
“मेरा पुत्र अपर प्रसाद !”
नवह जरद् हौ आयगा |”
“युद्ध क्या अभी समाप्त नहों हुआ = ॥
“युद्ध समाप्त हो गया है ।”
“कौन विजयो इयः >
1 ৮৪
“तब अमरके आनेमें इतनी देश क्यों ভী হী ই?”
दिलीप निरुत्तर ! ४ =
» उत्तर न पाकर स्नेहप्रायँणा जननोके हृदयमें सन्देश কন
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