राजपूत - बाला | Rajpoot Bala

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Rajpoot Bala by प्रथमनाथ चट्टोपाध्याय - Prathamanath Chattopadhyay

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ॐ ॐ न जन तीसरा पर्च्डिद्‌ । “सवाम | গ্যাস “अत्यन्त कश्के साथ मायाने दोनों रोगशीण, शुष्क, लिष्पसः नेलोंसे स्वामी विलीपसिंहकी भोर देखकर कहा, পকলাদী 1৮ #ग्ाया ।* “कहतो ছু!” ° “क्या कहतो हो माया 7? “मेरा पुत्र अपर प्रसाद !” नवह जरद्‌ हौ आयगा |” “युद्ध क्या अभी समाप्त नहों हुआ = ॥ “युद्ध समाप्त हो गया है ।” “कौन विजयो इयः > 1 ৮৪ “तब अमरके आनेमें इतनी देश क्यों ভী হী ই?” दिलीप निरुत्तर ! ४ = » उत्तर न पाकर स्नेहप्रायँणा जननोके हृदयमें सन्देश কন श्र




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