आधुनिक योरोप प्रथम खण्ड | Adhunik Europe Part 1

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Adhunik Europe Part 1 by लक्ष्मी नारायण अग्रवाल - Lakshmi Narayan Agarwal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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प्राचीन कालीन योरोप ` ` ७ दूसरा नेता प्राप्त नहीं हुआ । उस कुशल राजनीतिश के स्थान पर साधारण कोटि के विवेकहीन नेता आसीन हो गये, साहस का स्थान भीरूता ने ले लिया, विचार विमर्ष ने वाक-कलह का रूप धारण कर लिया, स्वतंत्रता अनियंत्रता में परिवर्तित हो गई और विधान के लिये कोई आदर भावना न रही |# स्वतंत्रता की अतिशयता स्वयं उसके नाश का कारण वन गई | फ़ारस की प्रचण्ड सेनाओं का मुकाबला करते समय तो यनानियों ने, मुख्यकर एथेन्स और स्पार्टा ने, एक दूसरे का साथ दिया था परन्तु उस भय के हट जाने पर वह सहयोग तथा एकता की भावना भी विदा हो गई | फारस के विरोध का नेतृत्व एथेन्स कर रहा था। अपनी सफलता और विजय के मद से उन्‍्मत्त होकर उसने दूसरे राज्यों की स्वतंत्रता का अपहरण करना आरम किया जिस पर वे बिगड़ खड़े हुए,। स्पार्टा ने उनका नेतृत्व किया और इसके फल-स्वरूप आस में ३० वर्ष तक घरेल्लू युद्ध का ताण्डव होता रह्य। यह युद्ध पिलापानीजियन युद्ध ( 2९1००097८»97 शा) कहलाता, है | इसमें अन्त में एथेन्स का पराभव हो गया। स्पार्टा भी जो एथेन्स विरोधी राज्यों के संघ का नेता था अपनी विजय का उपयोग बहुत दिनों तक न कर सका। उसे एक दूसरे नगर-राज्य थीबीज ( 17८0८४ ) के प्राधान्य के सामने अपना मस्तक भुकाना पड़ा | परन्तु थौवीज़ भी यूनानियों को एकता के सूत्र में न बांध सका आर उसका नक्षत्र मेसोडोनिया के उदीयमान सूर्य के सामने क्षीण पढ़ गया | श्रीस की स्वतंत्रता का नाश- मेसिडोनिया का प्रदेश ग्रीस के उत्तर में है। यूनानौ लोग मेसिडोनिया- वालों को बबंर समझते ये | सभ्यता कौ दृष्टि से वे यूनानियों से बहुत पिछड़े हुए थे परन्तु उनमें यूनानी रक्त था, उनकी भाषा भी ग्रीक भाषा से मिलती जुलती थी और उनके विचार भी कुछ कुछ यूनानियों के समान ये। बहाँ एकतंत्र शासन था और मेसिडोनिया शक्तिशाली राजाओं के शासन में एक सुदृढ सैनिक राज्य बन गया था । जिन दिनों यूनानियों की शक्ति क्षण हो रही थी, उन्हीं दिनों मेसिडोनिया उत्कर्ष के पथ पर अग्रसर था | चौथी सदी ई० पू० में वहाँ के शासक द्वितीय फिलिप ( ३८२-३३६ ई० पू० ) ने अपने राज्य का विस्तार करना आरंभ किया और वाल्कन प्रायद्वीप विजय करके भीस पर चढ दौड़ा । इस आक्रमण को रोकने का मुख्य भार एयेन्स पर पढ़ा परन्तु एथेन्सवाले उसके सामने टिक न सके | धीरे-धीरे मेसिडोनिया की सेनाओं ने पहले तो फ़िलिप के नेतृत्व मे और उसको मृत्यु के बाद उसके दुर्दान्त दिग्विजयी पुत्र 10. 9. 52.




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