समाजवादी जीवन पद्धति और परिवार | Samajwadi Jivan-padhati Aur Pariwar
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
158
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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लोग, राष्ट्रोयताएँ, राष्ट्रीय अल्पमख्यक हर बात पर एक-दूसरे को मदद करते हुए
मिल-जुल कर रहते हैं।
स्पष्ट है, देश में मिथ्चित विवाह होते हैं, पति एक राष्ट्रीयता का है और पत्नी
धमर ।
अनेक राष्ट्रो व राष्ट्रीयदाओं को सगठिठ व एकत्रित करके, समाजवाद
श्रेष्ठ राष्ट्रीय परम्पराओ व नागरिक जीवन के स्वरूपो क॑ लिए विकास के विस्तृत
पहलुओ को स्पष्ट करता है। शताब्दियों से निरभित हर चीज़ हरेक द्वारा सुरक्षित है 1
चाहे कही पर कोई व्यक्तित रहे, चाहे कही पर वह स्वय को पाए, वह अपने
पैतृक घर की ही याद रखता है।
और साथ ही एक सोवियत नागरिक, उसकी राष्ट्रीयता चाहे जो हो, जहाँ
कही भी बह जाए--मास्को, मि्स्क, बाछू या कहीं भी, वह कभी भी अजवबी
नही महसूस करता है, हर जगह वह धर पर है--देश का स्वामी है। एक बढ़े
परिवार का, घहुराष्ट्रीय भृहभूमि के होने की भावना प्रत्येक सोवियत नागरिक वो
श्रि प्रदान करता है, और वह अपने देश के योग्य बने इस हेतु जीने व काम
करने का उद्यम करता है।
सोवियत सध में फलने-फूलते बाली सस्कृति अपनी विषय-वस्तु में समाज-
यादी, रष्टय स्वरूप मे भिन्त भौर भावना व घरित्र मे अन्तर्राष्ट्रीय है। पह
सस्कृति ममस्त मोबियत नागरिक कौ वृषे शम्पत्ति है ।
इसके अन्तर्गत अप्रगामी रूसी सस्कृति की महान उपलब्धियाँ हैं, जिसने
संसार को लोमोनोभोव, पुश्किन, टाल्स्टाय, गोर्की , घ्ंकोब्स्की, भेल्डेलेयेव, रेपिन
और भव्य विख्यात विद्वान, कवि, लेखक, सगीतकार व चित्रकार दिए हैं। इसके
साय ही समाजवादी समाज के निर्माण की प्रक्रिया मे प्रत्येक राष्ट्र की जो गुछ भी
श्रेष्ठ व अत्यन्त बहुमूल्य सास्क्ृतिक घरोहर है उसे सावधातीपूर्वक सुरक्षित रखा
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