लय १ | Laya-1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
112
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about सत्यदेव रजहंस - Satyadev Rajhans
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काशीनाथ पाण्डेय : छह कविताएँ
ও. গচ্চাধ্ঠ' दिवस
ओ, मेरे टुटे अकारथ दिवस |
~~मुञ् पर ट्टी,
मुझे फाड़ खाओ...,
रत की अंधियालो-नींद मै
अभिर उरौने-सा मगर,
मत धुमो ।
3. श्रा6प्रक
छुपा ही गया । आखिर अपने को,
बचा ही गया |
डायरी-कविता-कहानी--
परदा-दरपरदा, आखिर
अपने को, छुपा हो गया !
खुले तो,
मले ही, खुल गये,
'रा5ज़ !'
अपने को मैं, मगर,
---वचा ही गया ।
धुप ही गया |
४. ठर, लो गर देखता) हू
किप्ती याद की मेंहदी का रंग
दिल की हथेलियों से
मिटने लगा है |
द्स
User Reviews
No Reviews | Add Yours...