यूक्लिड की ज्यामिति [अध्याय १] | Euclid Ki Jyamiti [Adhyaya 1]
श्रेणी : गणित / Maths
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
117
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)साथ्य + अस्तूप्षांदय - ... | ক
इर्मलिध कग एग रुरम्पर ममान रें || न
इसलय कग कर तग परस्पर ससान हैं | |
इमलिधरं कवग ससत्रिवाह विकाण हैं गैर वर्क हडे सोौधो रा»
करव पर बनाया गया हे ॥
साध्य २ वस्तू पपाद्य ।
दिये हुवे ब्िन्द से दो উহ লীপ্রা रेखा के ससान एक सोधों रेखा सोचो ॥
জা
मान ला कि क दिया हुवा লিলা हें ओर खरा दी हुई सौध)
ग्खा हैं!
बिन्द्र कु से एक सोधों रेखा खग के ससान खोंचना चाहते हैं ¦
बनावट - खक को মিলা হা ग्रनु. १.
ओर करब पर घकरत्र ससत्रिबाहु विकोण बनाओ १, १.
कन्दर ख सेखगक्षो व्यासाद्ध मान कर ठत्त गजम चा अनु, ३.
घण का ठृत्त गजम से मिलने के लिय ज तक बढ़ाओ रनु. २.
बन्दर घस घज को व्यासाद्धं मानकर वत्त जटक बनाओ और अन. ३.
घक को दत्त जटक से मिलने कं लिय क् तक बढ़ाओ श्लु. >
तो कक खग परस्पर লাল होंगे ॥
प्रमाया - क्याक्रिं ख वत्त गजम का कन्दर ই इसलिधं खग खल
परस्पर समान हैं षनला, १९.
. ओर क्यांकि घर तृत्त जठक का कन्दरे উ আন্টি गज परस्पर बराबर
है स्तरा, १५.
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