श्वेताश्वतरोपनिषद | Shvetashvarnishad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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छः ॐ तत्सद्रह्मणें नमः श्चेताश्चतशेपनिषद्‌ मन्त्रार्थं, श्ाङ्करम।ष्य जर माष्यार्थ्तहित नित्यानन्दं निराधारं निखिलाधारमव्ययम्‌ | निगमाद्यगतं नित्यं नीलकण्ठं नमाम्यदम्‌ ॥ 1 স্টিক शान्ति शठ ॐ सह नाववतु । सह नो भुनक्तु । सह वीर्य करवावह । तेजखि नावधीतमस्तु। , मा विदिषाबहे । ॐ शान्तिः | शान्तिः 1! शान्तिः 1! वह परमात्मा हम [ आचार्य और शिष्य ] दोनोंकी साथ-साथ रक्षा . करें | हम दोनोंका साथ-साथ पालन करें | हम साथ-साथ विद्यासम्बन्धी सामर्थ्य॑ ग्राप्त करें | हम दोनोंका पढ़ा हुआ तेजख्ली हो | हम देष न करें | त्रिविध तापकी शान्ति हो । । ০০ एफ




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