आधुनिक राजनीतिक विचारों का इतिहास | Adhunik Rajneetik Vicharon Ka Itihas
श्रेणी : राजनीति / Politics
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
34 MB
कुल पष्ठ :
924
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)वकि = चिन्तन ल ` भ्न अत = कक बल पूनान এ ইক
म्जनीतिक्त चिन्तन वं उतायं के प्र् यरय ठ प्राचाम् यमान के
~ = ८ के राजनीतिक विचार की समीक्षा छी मर्य [~थ
ग्रानम्म थे लबत ब्रक तक के राजनी तिक विचार की समीक्षा की गयी थी ।
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ही दिकी हुई है । रोमन साम्राज्य की स्थापना से नगर-राज्य की ह्वतन्बता
छिल्न-मिन्न हो गई । नगर-राज्यों की दीवालें मिराकर महान रोमन साम्राज्य
का स्वप्न साकार हुआ । स्टाइक्स के विचारों पर मूलतः इस नई स्थिति का
प्रभाव पढ़ा ॥ तत्पण्चात् इसाई का
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को लाकर. वतन तत्व का प्रवेश # =
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सांन्राज्य का राजकीय घम वेन गया
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তিক দুলজানন্যা গীত লুগছাহ ध्रान्दोलन हुए तथा पश्चिमी यूरोप के क्षितिज पर
राष्ट्र-याज्यों का उदय हुआ | इनके परिणामस्वरूप मध्यकालीन शूरोप का
आबुनिकरण प्रारम्म हुआ तथा राजनीतिक विचारधारा में मी एक नया मोड
आंध्य । राजनीतिक विच्ारक राष्ट्र राज्य की प्रकृति एवं स्वरूप का अध्ययन
करने लगे । লালে
टू राज्य का ऐसा स्वरूप सामने श्राया जो घमं निरयेश्न हीर के
पुमत्ता सम्पन्न था । इस णताब्दी में राजनीतिक विचारक
संबंध में हो विचार करते नहें ।
१७वीं जवाब्दी में मुल्यतया दो राजनीतिक विचारधारायें रही । एक
शोर राजनीतिक विश्चारकों ने राज्य के तिरकुजवाद वा समर्थन क्रिया और
दूसरी ओर नागरिकों की स्वतन्त्रता प्रदान करने के लिये টু
कठोर प्रहार किया । एक झोर बोदां और ह्वाव्य मे निरंकुबबाद का समयन
किया तो दूसरी ओर लॉक ने साँविद्यानिक राजतंत का समथन किया । ভলী
स्वीगीण सम्पन्न लोकप्रिय सार्वभोमिकता का पक्ष लिया =
पर्वा्गीणु सम्पन्न लोकप्रिय सावभौमिकता का पक्ष लिया। माप्टेस्क्यू ने भी
ब्यक्तियत स्वतन्त्रता के पक्ष में दे
देताच पज क्य । कुछ समय पश्चात्त फ्रांस मे
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