वैज्ञानिक मानववाद | Vegyanik Manavvad

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Vegyanik Manavvad by एस. एन. मुंशी - S. N. Munshi

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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$ बंज्ञानिक मानववाद गत प्रयाप्त है। चुंकि इसमें प्रस्तुत खामप्री का काफी बड़ा अंश राय की कृतियों से ही लिया गया है, इसलिए, पाठकों से निवेदत है कि उन्हें इस पुस्तक मे जहाँ कहीं भी उद्धरण का स्रोत खोया हुआ मिले तो उसे राय की किसी न ५ किसी कृति को समझ लें । यही कारण है कि मुझे इस पुस्तक का सही अर्थों | में लेखक होने का दावा भी नहीं करता चाहिए--मेरे लिए इसका अ्रस्तुतकर्ता || ही होना संतोष भौर गवं की बात है । पाठकों से एक तिवेदन और । राय के वैज्ञानिक, रैंडिकल, समग्र या नप-मानववाद को पुरी तरह समझने के लिए इस पुस्तक की दाशंनिक भाधारशिला के रूप में 'भौतिक यथार्थवाद” अवश्य पढ़ें जो निकट भविष्य में ही प्रकाशित होगी । ০০ পা পাপা লা कक




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