यशपाल के उपन्यासों में नारी पात्रों का आधुनिकता के स्वरुप का अनुशीलन | Yashpal Ke Upanyason Mein Naari Patron Ka Adhunikta Ke Swaroop Ka Anushilan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
288
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)क्रमवार उपन्यास एव नारी पात्र -
[क ] दादा कामरेड शैल यशोदा नैन्सी फ्लोरा
[ ख ] देशद्रोही चन्दा राज दुलारी
[ग ] दिव्या - दिव्या सीरो
[घ] पार्टी कामरेड गीता
[ड ] मनुष्य के रूप - सोमा मनोरमा
[ च ] अमिता अमिता हिता सुनन्दा
[इ ] ूठासच तारा कनक शीलो
[ज ] बारह घटे - विनी जेनी
[झ ] अप्सरा का श्राप ~ मेनका शकुन्तला
[ज] क्यो फस ? - मोती
[ट 1 मेरी तेरी उसकी बात - ऊषा मायाघोष चित्रा गौरी
चौथा अध्याय यशपाल के उपन्यासो मे स्त्री-पुरुष के
पारस्परिक सम्बन्ध
[ क ] सामाजिकता के स्तर पर नर-नारी सम्बन्ध
[ख ] नर-नारी के पारस्परिक आकर्षण
पॉचवॉ अध्याय यशपाल का व्यक्तित्व ओर कतित्व
[क ] जीवन यात्रा
[ ख ] यशपाल उपन्यासकार के रूप मे
छठा अध्याय उपसंहार
परिशिष्ट
पुस्तक सूची
[ क ] मूल-उपन्यास
[ख ] सहायक~पुस्तके
[ग ] अग्रेजी-पुस्तके
[घ] पत्र-पत्रिकार्प
৭509 - २०६
२१० - २४०
२४१ - २६०
२६१ - २७५.
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