मूर्ति | Murti

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Murti by अवतार - Avatarडॉ अमरनाथ झा - Dr. Amarnath Jha

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डॉ अमरनाथ झा - Dr. Amarnath Jha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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आंसुओं की प्रोफ़ेसर बद्रीनाथ व्राह्मण कालेज नासिक के प्रिंसिन्‍ल थ। बहुत विद्वान और लायक । इनका एक इकलोता लड़का था-- बिंद--जिसको वे बहुत प्यार करते थे । इसके सिवा उनका घर में और कोई नहीं था। घर वाली को मरे कइ-वय हो गये थ। बिन्दु को उन्होंने बड़ी मुश्किल से पाला था। वहभी अपने पितास बहत ग्रेम करता था । हर दिन प्रिंसिपल साहब चिन्दु का साथ लकर कालज के समीप वाली सडक पर सेर करने जाया करते थ। आज भा सैर को जाने के लिए बिन्दु को आवाज़ लगाई लेकिन उसने इनकार कर दिया यह कह कर कि मैं खिलौनों से खेल रहा हूं। लेकिनप्रिं ० धटीनाथ न माने । वे उसको सना कर सैर के लिए साथ लेकर चल दिये।




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