इतिहास-प्रवेश | Itihas Pravesh

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Itihas Pravesh by काशीप्रसाद जायसवाल - Kashiprasad Jaaiswal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( ७ ) अध्याय ५ पिले राजपूत राज्य [ लगभग ६०१०११४० द° ]- १. महमुद के वंशज,-- २. गजा भोज, गांगेयदेव और कर्ण ( १०१०-१०७३ ই্‌ও ह ३. कीर्तिवर्मा चन्देल और चन्द्र. गाहडवाल ( १०४६-१११० ई°),-- ४, राजेन्द्र चोल के वं्चज ( १०४५-११४२ ३० ).-- ५. कर्णाटक की प्रधानता; सेन श्रौर कणटि वंश ८ १०७५. ११५६ ई० ),-- ६. गुजरात के सोलङ्की और अजमेर के चौहान ( १०६०-११६२ ई० ),-- ७. गाहड- वाल वंश ( ११००-११६४ ई० ),-- ८. धोर समुद्र और ओ्रोरज्ञल राज्य (११११ ६० से),-- ६, देवगिरि के यादव,--२६८-२२२ अध्याय ६ पहले मध्यकाल की सभ्प्रता-- १, बौद्ध धर्म की अवनति-वज्यान,-- २. शंकराचाये,-- ३. पौराणिक धर्म की अवनति, मूत्तिपूजा ओर भक्ति-माग,-- ४. ललिद कला,- ५. विद्या ओर साहित्य,-- ६. देशी भाषाएं,-- ७. सामुद्रिक जीवन और परला हिन्द,--- ८. राजनीतिक श्रोर श्राथिकं जीवन,-- ६. सामाजिक जौवन, जात-पोत,-- २२३-२४९१ श्राहवां प्रकरण--दिल्ली की पहलं। सल्तनत { ११६९४ - १५०९ ई | ध्याय १ « दिल्ली और लखनौती में मुस्लिम शज्य की स्थापना [११७४--१२० ६ ई० |-- १. शहाबुद्दीन गोरी के आरम्मिक प्रयत्न,-- २. अ्रजमेर और दिल्‍ली का पतन,-- ३. बिहार-बंगाल में तुक॑ सल्तनत,-- ४, विन्ध्य और हिमालय की तरफ्‌ बढ़ने की विफल चेशए,--२४२-२५६




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