प्राचीन अर्वाचीन सज्झाय संग्रह | Pracheen Arvaacheen Sajjhaay Sangrah

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Pracheen Arvaacheen Sajjhaay Sangrah by जोगराजजी गुलाबचन्दजी गुलेच्छा - Jograjji Gulabchandji Gulechha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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४४, उपदेशिक पद ४५. श्रपर सज्काय ४६. उपदेशिक पद ४७. सज्काय ४८. भ्रात्मस्रूप पद ४६. सज्काय ५०, उपदेशिक सज्काय ५१, जीव के ऊपर पद ५२. श्री चन्दराजा भ्ने गुणावली राणी का पत्र ५३. द्वितीय ग्रुणावली का लिखित पत्र ২৫ ३१५ ३१७ ३१८ ३१६ “३२० ' ३२१ ६२३ * ३२७




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