बिहार एक एतिहासिक दिग्दर्शन | Bihaar Ek Aitihaasik Digdarshan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Bihaar Ek Aitihaasik Digdarshan by जयचन्द्र विधालंकार - Jaychandra Vidhalankaar

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about जयचन्द्र विधालंकार - Jaychandra Vidhalankaar

Add Infomation AboutJaychandra Vidhalankaar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
संच्तेप ओर सकेतः उद्धत अन्थ-- आत्मकथा--महात्ा गांधी को आत्मकथा”, अंगरैजी संस्करण, १६२६ ई० | इ० प्र«--भ्रीजय चन्द्र विद्यालंकार-लिखित इतिहास प्रवेश”, इलाहाबाद, संवत्‌ १६६६ । इंडियन एंटिकेरी--भारतीय पुरातत्त्-सम्बन्धी एक जैमासिक | इंडिया इन विक्टोरियन एज--सर रमेशचन्र दत्त-कृत, पाँचवाँ संस्करण | कांग्रेस-इति०--श्रीपट्टामि सीतारमैया-कृत कांग्रेस का इतिहास”, हिन्दी- अनुवाद, १६३६ ३० । काव्य-मीमांसा-नवीं शती के कदमीरी कवि राजशेखर-कृत संस्कृत का साहित्य-विषयक एक ग्रंथ । ज० बि० ओ० रि० सो०-जरनल ओफ़ि दि बिहार एंड ओरीसा रिसच॑ सोसाइटी ( बिंहार-उड़ीसा-अन्वेषण-परिषत्‌ का त्रैमासिक )। पो० हि० ए० इं०--भश्रीदेमचन्द्र रायचोधरी-कृत 'पोलिटिकल हिस्ट्री ऑफ एंशेंट इंडिया', तृतीय संस्करण, कलकत्ता, १६२७ ईं० | १७




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now