पुराणगत वेदविषयक सामग्री का समीक्षात्मक अध्ययन | Purangat Vedvishayak Samagri Ka Samikshatmak Adhyyan

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Purangat Vedvishayak Samagri Ka Samikshatmak Adhyyan by रामशंकर भट्टाचार्य - Ramshankar Bhattacharya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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यजुः या यजुर्वेद = यजुवेंदीय काण्वशाखा या माध्यन्दिन शाखा (विवक्षानुसार) रामा == रामायण रेवा == रेवाखण्ड (स्कन्दपुराण) किङ्ग == लिझुगपुराण वन == वनप्वं (महामारत) वराह == वराहपुराण वस्त्रा, वस्त्रापथ 55 वस्त्रापथमाहात्म्य (स्कन्दपुराण) वा == वातिक > वामन = वामनपुराण वायु == वायुपुराण वि, विष्णु == विष्णुपुराण विश्णुघ, विष्णधमे -= विष्णुधर्मोत्तर वेंकट == वेंकटेश्वर प्रेस संस्करण केकटा = वेंकटाचलखण्ड (स्कन्दपुराण ) दात, शतपथ = शतपद्गाह्यण (माध्यन्दिनराब्रीय) शाङखा == হাজজমল शान्ति = शान्तिपवं (महामारत) शिव == शिवपुराण श्रौ० सू०, श्रौत = श्रौतसूत्र > # क| इवेताइव = दवेताश्वतर उपनिषद्‌ ০1 षड = षड्विश ब्राह्मण | सं == संहिता क + ^ -५> = सभा == सभापवं (महामारत) साम, सामवेद == सामवेदीय कौयुमदाला মামনি = सामविधान पू हु हुत . ` म्न ऋ. ; न सेतु ` ज सौप्तिक = स सौर ` = ৯০৪: ১ ০০33১: 8৯৯ লিউ ~




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