गीतमाला | Geetmala
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
653 KB
कुल पष्ठ :
94
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)समिलण रा सासा
महू इय हाल मोद मनावू
मैं थारी उडीक राखतो रव,, जेव निजर जोवतो रैव --
वो थारो थिरचक गला, जठ छिया, च्यानण लारे लेफ
अर वर्षा उनाक लग फेफ !
सून गिगण ভূ सनेसा ल्यावणिया उवे पय
हाफे भाव, म्हारो सम्माण कर अर तुरता-फुरत उतावक्-
बुवा जावे | स्हारो हिड़दे हरखकोड बोढ ज्यावे अर सने
थूवत्ती बगती वाय मिप्ठ सास छांड ज्याय !
थार फछस दरूज दिनूगे सू आाथणताई याही आस लिया
बठा रैव, वे कदे कदास अचाणचक हीं उबो दविक पल आ
जावैला
जद थारे सू परतख मिलणी भिटणो हौ जावलो ।
जद ताणी रह ओका वैठो कदी हँसू कदे गाव् । इण सर्म-
भेती मझ पिताबो, म्हार नड निडास री हवा, मिलण री
सारमाशा सैती सासा डव्याडा है !
User Reviews
No Reviews | Add Yours...