विज्ञान परिषद् अनुसन्धान पत्रिका | Vigyan Parishad Anusandhan Patrika
श्रेणी : विज्ञान / Science
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
276
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about रमेश चंद्र कपूर - Ramesh Chandra Kapoor
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हैकेल परिवतं सम्बन्धी एक प्रमेय 15
यदि #(०+७+>) >[2(७)|,, 2(9)>0, #>0, तथा उपर्यक्त में निहित समाकल पणरूप ण
अभिसारी हो ।
समाकलन के क्रम परिवतन को सहज ही वेध माता जा सकता है क्योंकि (1-3) तथा (1-4) हैंकेल
परिवर्तों की विद्यमानता के कारण परम अभिसारी हैं।
सम्प्रयोग
[1, 9. 81(3)] पर विचार करने पर
(4) =+ (55771 রঃ 65227 +-1; +-& )
हमें निम्नांकित फल प्राप्त होगा :
८ ^) ১০০০ “(৬ 227 7 ध 4 न (2) न- শিক ८५५)
2০-15-27৮7] 0
1-५-०५ (ह)
7 ০/০-০1৮4+% 7 9 197 ~~ 17 (८ १ नि 1“ (६
2 र
== (0); -- 1 < २(५) २५८५ 4 छ १ 1.५ ) |! क » নি )] “० 93
480০) ৯০.
2০-1৮-8177 471] 1८८1412
£০- ¢6(6८) ¢ (1) = _াঁঁাাশাটিটিটাঁুলুলাীটিী ১4 ( 1, (6
श्रव 0 (8 ) ८७४) पि (८ -- ~ লিলি 77459 রর /-71-4ু ) 0005 )
# 2०८ 1५11 [7012 1110-1 7140112 (५)
(त
1০ ০৮-০/3 91444] 2078734৮0৮7 (42 - 1 )५/2+1/4
हो
না 02 ~- 42/22 -]- 1
हां 1८८ 2৪ रे क ) > 0; २(6) > 0;
^ (॥८-1- 0) > -- 1, ९) >- 1 [1, 0. 67, 50]
== (#)
प्रमेय का सम्प्रयोग करने पर
2४1 [ /०-{- (८-1-४0 977752৮7525 জারির __
|, 07? 0 ( 2 ১ (০415 ৮1157 82 % 82)
जा कल न ;) ৮47] )/
User Reviews
No Reviews | Add Yours...