समाजवादी विचारधारा | Samajvadi Vichardhara
श्रेणी : भाषण / Speech, संदर्भ पुस्तक / Reference book
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
200
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अध्याय : ।
विचारधारा का वैज्ञानिक सिद्धांत निर्मित
करने के मूलभूत सिद्धांत
विचारधारा का सामाजिक रवरूप
सामाजिक चितन के इतिहृप्म में सर्वप्रथम माक्रों एवं एग्ट्स ने विचारधारा
के उद्भव, विश्वास एवं विस्तार को संचालित करने बाले बस्तुगत नियमों को
डद्पादित एवं परिभाषित किया। यह ज्ञात के ध्यापत धो मे हप में समाज के
जीवनम परो धी जहा प्रभावी बन्देवण को गुजाइश थी तथा विधारधारात्मक
सबधों के अध्ययन की सैंडातिक पूवपिसाभो का प्रावधान प्रस्तुत किया गया था।
मावसे-एगेल्स ने विधारधारा के प्रातों को, उतकी समग्रता सें, सामाजि
ऐतिद्वासिक कारकों एवं बर्ग हितों के इज्ानिक डिश्वेषण बी टोस ड़ पौन पर रथा।
ऐसा बरके उन्होने टेविहासिक प्रक्रिया बे. बोडिक एवं नैतिक प्रपुषनरिवाहको के
प्रश्न को बंह्ानिक दृष्टि थे प्रद़ावा सभद बनाया। उन्दने जो भप्ययम प्रद
किया बह विधारधारा एवं सामाजिक चेतता के अध्ययन का शोई धास पद़ति-
पूरक हूप मही था. अपितु मृसभूत रूप से मये सायाशिक हचा पृडशानदादी दृस्रि-
ধাত বা दिवेबन था जो इत घटनाक्रियाओं तथा रिडाप्घारा वे बंशानिक सिदाद
के विदा दो शमुदित स्थासदा को गुलिश्चित करवा था।
विचारधारा के सामान्य सिद्धांत का निर्माण অতীব विषारधाराओो-बूस्पा
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