पुराण विषयानुक्रमणी [प्रथम भाग] | Puran Vishyanukramani [Pratham Bhaag]

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Puran Vishyanukramani [Pratham Bhaag] by राजबली पाण्डेय - Rajbali Pandey

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१० दधीच सारस्वत पुरुकुत्स १० नर्मदा ११ धृतरा १३ নান্তক্ষি १४ वत्स १५ अश्वतर १६ कम्बल १७ एलापत्र १८ वेदशिरा १६ प्रमति জানুক १ यरि २२ पशप २३ मैत्रेय २४ शमी (९) [२१ रद ७ मठ श्६ पुगयचर के पश्चानु संदिताझार धुरासों का परिवद्धंन पपणसंदित में कई पुराणों का सार ठया सभी अतिरिक्त सामग्री अन्तमुंक्त द्ोती थी। बूमे- पुराण (प्र० श्र० ) के अनुसार चार संद्विताएँ थीं द्यी भागवती प्रीती वैष्णवी च प्रद्र्वित्ताः। तसः संदिताः पुण्या धर्मकामार्थमोक्षद्राः ॥ मृत्यु इन्द्र वरिष्ठ सारस्वत त्रिषामा হাল্লেন त्रिविष्ट अन्तरिक्ष श्रय्यारुण धनञ्चय पतञ्जय হুম ০ गौतम निर्यान्तर चाजश्रव सोम झुप्म्य त्रृण॒बिन्दु द्क्ष (श्र) शक्ति पराशर जातुकरों दैषायन सेमदर्पण रोमदपंसपुत्र ओर सम्पादन करते थे। एक




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