मातृ - वन्दना | Matra Vandna

लेखक  :  
                  Book Language 
हिंदी | Hindi 
                  पुस्तक का साइज :  
287 MB
                  कुल पष्ठ :  
84
                  श्रेणी :  
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मातृ-वन्दना ११
(५)
जय माँ, जय जय मात्भूमि ।
तू सब को मातु हमारी है॥
माँ की माँ हम सब की माता, बड़ी स्वर्ग सम जग यश गाता।
कण-कण तेरा मुझे सुद्दाता, देख तुमे मैं अति सुख पाता ॥
जय माँ, जय जय मातृमूमि ।
तू सब की मातु हमारी है॥
(९)
शरीर भव्य भारत है प्यारा, मुख चन्दा कौ छवि से न्यारा ।
पर्व॑त, इश्य, नदी, जल घारा, शोभा देख-देख मन हारा ॥
जय माँ, जय जय मातृ मूमि।
तू सब छी मातु हमारी है॥
(१०)
कन्याकुमारी पैर कदाता, घो समुद्र जिसको सुख पाता।
हिमाचल सिर संटार लुभाता, क्रीट मुकुट शिमल्ञा मन भाता ॥
जय माँ, जय जय मातृभूमि।
तू खब की मातु हमारी है॥
 
					
 
					
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