पैतीस बोल का थोकडा | Patish Bol ka thokda
श्रेणी : पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
118
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पतीस শীত का थौकडा। | &
चउरिन्द्रिय एक मुद्ठते में उत्कृष्ट ४७० भव करते हैं
असन्नी पंचेन्द्रिय एक सूहते में उत्कृष्ट २४
भव करते हे ।
सन्नी पचेन्द्रिय एक मूटतं मे उत्करष्ट १ भव
करत ईं ।
छ काय का विशेष स्वरूप
इन्द थावरकाय १ बेस थावरकाय २ सिप्पी
थावरकाय ३ सुमति थावरकाय ४ पयावच्च थाचर-
काय ५ जगमकाय ९ |
१
ই
पृथ्वीकाय का इन्द्रदेवता मालिक है इसलिये
इसको इन्द्रथावरकाय कहते हैं ।
अपकाय का ब्रह्म देवता मांलिक है इसलिये
इसके बरस थावरकाय कहते हैं. . .
तेडकाय का शिल्पी नामक देवता मालिक है
इसलिये इसको सिप्पी थावरकाय कहते हैं ।
ধর
४
चायुकाय का खुखति नामक देवतां मालिकः दै
इसलिये इसको सुमति थावरकाय कहते हैं ।
चनस्पतिकाय का प्रजापति मालिक दै इसलिये
इसको पयावच धावरकाय कते दे ।
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