हृदय फुफ्फुस निदान चिकित्सा | Hriday Fhuffus Nidan Chikitsa

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Book Image : हृदय फुफ्फुस निदान चिकित्सा - Hriday Fhuffus Nidan Chikitsa

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हुदय प्कुफ्पडुस लिदान सिकित्सा - 17 श्र अभे का कफ जा लड़ फल कफ का जमा दो हा दष्ट का हा ए फ्ा हा छह पर हा इ एए शा ललल कि ता लग न छा जा हा नि सघद रा था छल प्र हि द के दा ३ छाए मडेन्द्रवुमार पी. नाफड़े आयुर्वेद विशारद आयुर्वेद रत्न एम उडी इलेक्ट्रोपेथी एक्यूपचर एक्यूप्रेशर मग्नेटोथेरपी योग अण्ड मसाज हर्वल रेमिडीज मानद उपाधि- सयुर्वेद समाट आयुर्वेद चूडामाणि अध्यक्ष- अखिल भारतीय आयुदेद सेवा संघ महाराष्ट्र राज्य सदस्य- अखिल भारतीय आयुर्वेद सेवा सघ दिल्‍ली अखिल भारतीय चिकित्सक प्रचारक सघ लखनऊ इटरनेशनल मेडीकल सोसायटी दिल्‍ली इडियन मेडीकल प्रेचटी एसोसियेशन कानपुर विदर्श मेडिकल प्रेक्टी एसोसियेसन अकोला पो० मेढली जि. बुलडाना ४४३१०२ महाराष्ट्र मुझे यह जानकर शार्दिक प्रसन्नता हुई की हरीश फार्मा द्वारा प्रकाशित धन्चन्तरि पत्रिका का इस वर्ष १६६८ का चृहद विशेषाक हृदय फूफ्फूस निदान चिकित्सा वेद्य हरिमोहन शर्मा जी भिषगाचार्य के द्वारा सम्पादित हो रहा है। आप जसे विद्वानों के कर कमर्ला से आयुर्वेद चिकित्सा. को बरकरार रखने के प्रयासों से हीं आयुर्वेद हजारो वर्षों से भारत वर्प की चिकित्सा पद्धति का नाम टिका हुआ है। आपका यह विशेषाक आयुर्वेद कोई निदान एव सामग्री से परिपूर्ण होने की वजह से हगगरे साथ-साथ आने वाली नई पीढी को आयुर्वेद चमत्कारिक तथा हृदय दावक अवश्य ही सिद्ध होगा। धन्वन्तरि परिचार के डा० दाऊदयाल जी गर्ग और अन्य विभूतियो के प्रयासों ने स्व० वैद्य देवीशरण गर्ग एव स्य० ज्वालाप्रसाद अग्रवाल के स्वप्नो को साकार फिया। आयुर्वेद के विद्वान चिकित्सको के अविरल परिश्रमो के कारण यह विशेषाक भी अन्य विशेषाकों की त्तरह सगम्रहणीर्य अवश्य ही सिद्ध होगा। -- महेन्द्र पी+ नाफडे नासा ऊफजरोमाज आजाजकफाज़ मनाया नया या हर कोजाउरज़ा जज नो दा ज़एन कक करा ज राज़ पट के करलायातजाजातालास मामा नमायायाजाएााताधाबायाजाजआजकानन न खा उलानायाज ताशाप व दर्द कै के के €/ के के के के के के के के रा के के फ़े है € के 6 6 0 6 के के के 6ै के 6 की के के 0 के ० के के के के के कै के के 6 के 0 के है 6 श्् कै 1 के डा० ब्रेह्मानन्द त्रिपाठी साहित्य आयुर्वेद ज्योतिप आचार्य शिवशक्ति आरोग्य निकेतन कं० ३०/६ घासीटोला चाराणसी यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आपके सम्पादकत्व मे उक्त विशेषाक योग्यतापूर्वक ढंग से सम्पादित होगा। जापके लिए यह कार्य दुरुह नहीं हे। आपकी योग्यता विश्वविश्वुत्त है। आशा की जाती है कि आप इस दिशा में अवश्य कुछ नवीन दिशा निर्देश करेगे। अनेक शुभकामनाओ के सहित हद १ 1 जिलासजालशनतन ला जुकनाकाएयानाल फाना का के कं पर न आपका ब्रह्मानन्द त्रिपाठी जजाआजाजंजामंजिनाजाम आजम आजाजा १ व भा की कक श्र रद श्र नवाज किजाजाजनालकानहानाएदापनलपयनाफएनाधघलसनदरनाबााहाशनवएटायलब लाया क कं नह




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